हम सब भारतीय - HUM SAB BHARATIYA
कवि : हुलेश्वर प्रसाद जोशी
हम सब भारतीय एक समान
हमारे मन में कोई पाप
नहीं।
हमें जी भर के जीना है
अब किसी से बात नहीं।।
हम मानवता को जानते हैं
और किसी के खास नहीं।
हम सब भारतीय एक समान
मन में कोई बात नहीं।।
हिन्दू-मुस्लिम दोनों ही
भाई
सिक्ख-ईसाई भी नहीं पराई।
आओ मेरे साथ आओ
आओ हो जाओ मेरे साथ भाई।।
हमने भी तो कसम है खाये
भारत को आओ महान बनायें।
करें एक साथ काम हम
हुलेश्वर जोशी भी नहीं पराये।।
हम सब भारतीय एक सामान
हमारे मन में कोई पाप
नहीं।
आओ होली के रंग में रंग
जाएँ
दिवाली बिन मन उजियारा
नहीं।।
हरियाली अउ गेड़ी तिहार
तीजा बिन राखी का मोल नहीं।
हम सब भारतीय एक समान
मन में कोई बात नहीं।।
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काव्य संग्रह "लिख दूँ क्या ?
Poetry Collection "LIKH DUN KYA ?
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