"जीवन बचाओ मुहिम"

हत्यारा और मांसाहार नहीं बल्कि जीवों की रक्षा करने वाला बनो।


बुधवार, फ़रवरी 22, 2023

गुलाल मुझे दिलाना - GULAL MUJHE DILANA

                             

गुलाल मुझे दिलाना - GULAL MUJHE DILANA
कवि : हुलेश्वर प्रसाद जोशी 
 

पापा

आना होली में

गुलाल मुझे दिलाना।

नन्हीं हाथों से

‘गालों में’

गुलाल भी लगवाना।

खीर, बतासे, गुझिया, अरसा

मेले हाथों से खाना।

पापा... आना होली में; गुलाल मुझे दिलाना।।

 

नशा

नाश की जड़ है।

ये बात सबको बताना।

और हेलमेट पहनें बिना

गाड़ी भी न चलाना।

भाँग को न हाथ लगाना

लोक लाज बचाना।

पापा... आना होली में; गुलाल मुझे दिलाना।।

 

पर्यावरण भी हों संरक्षित

ऐसी होली सीखना।

बेजूबान वृक्ष

कटें नहीं

पानी भी है बचाना।

होली के नाम पर

‘हुड़दंग को’

कभी न सराहना।

पापा... आना होली में; गुलाल मुझे दिलाना।।



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# काव्य संग्रह "लिख दूँ क्या ?
Poetry Collection "LIKH DUN KYA ?

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