मादर की थाप में झूम उठा नारायणपुर शहर; गुरु घासीदास बाबा के संदेशों और अमृतवाणियों से बेहतर सामाजिक स्थिति को प्राप्त करेंगे स्थानीय लोग
संत गुरु घासीदास बाबा के सप्त सिद्धांत और अमृतवाणियाँ
गुरु घासीदास बाबा के 266 वीं जन्मोत्सव के अवसर पर सतनामी समाज नारायणपुर द्वारा भव्य तरीके से गुरु घासीदास बाबा की जयंती मनाई गई। सर्वप्रथम सतनामी समाज नारायणपुर द्वारा जिला मुख्यालय में नगर भ्रमण एवं शोभा यात्रा की गई इस दौरान डीजे एवं पंथी दल के मादर के थाप में पूरा नारायणपुर शहर झूम उठा। शोभा यात्रा के बाद विधि विधान के साथ जैतखाम में पालो (ध्वजारोहण) चढ़ाया गया इसके बाद संत समाज पंथी पार्टी द्वारा अपनी प्रस्तुति देते हुए पंथी गीतों के माध्यम से समानता एवं सामाजिक न्याय की बात करते हुए सामाजिक चेतना के लिए लोगों से आग्रह किया गया। पंथी दल द्वारा पंथी नृत्य के बाद लगभग 30 से अधिक नन्हे बालक बालिकाओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति के माध्यम से गुरु घासीदास बाबा के संदेशों से लोगों को अवगत कराया। कार्यक्रम के अंत में सांकृतिक कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले बालक बालिकाओं एवं पंथी दल को मेडल और सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया गया। उल्लेखनीय है कि शोभायात्रा, जयंती एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान जिले भर से लगभग 1000 से अधिक सतनामी संत, माता-बहन, छात्रावास के छात्र एवं स्थानीय लोग मौजूद रहे।
जयंती कार्यक्रम के दौरान सचिव (सतनामी समाज , नारायणपुर) द्वारा जयंती में शामिल लोगों को गुरु घासीदास बाबा के संदेशों और अमृतवाणियों को बताते हुए सर्वोच्च आदर्श का पालन करते हुए गुरु घासीदास बाबा के बताए मार्ग में चलने की अपील की गई। वहीं अध्यक्ष द्वारा जयंती कार्यक्रम को सफल बताते हुए कहा कि गुरु घासीदास बाबा के संदेशों और अमृतवाणियों के पालन करने से लोगों की सामाजिक स्थिति बेहतर होगी साथ ही लोग उंच नीच एवं भेदभाव के विचारधारा से ऊपर उठकर समानता और न्याय की भावना के साथ सच्चे मानव धर्म को अपनाएंगे।
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