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लिख दूँ क्या ? "काव्य संग्रह"
अँगूठाछाप लेखक "किताब"
शनिवार, अक्टूबर 30, 2021
उप निरीक्षक संवर्ग भर्ती और लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित परीक्षा के लिए टेस्ट सीरीज____
एसपी श्री गिरिजा शंकर जायसवाल आकश्मिक निरीक्षण के लिए पहुँचे थाना बेनूर और भटपाल, जवानों से कहा "स्वस्थ शरीर से बड़ी पूँजी कुछ नहीं!"
एसपी श्री गिरिजा शंकर जायसवाल आकश्मिक निरीक्षण के लिए पहुँचे थाना बेनूर और भटपाल, जवानों से कहा "स्वस्थ शरीर से बड़ी पूँजी कुछ नहीं!"
आज दिनाँक 30.10.2021 को पुलिस अधीक्षक श्री गिरिजा शंकर जायसवाल आकश्मिक निरीक्षण के लिए थाना बेनूर और भटपाल पहुचे वहाँ उन्होंने जिलाबल, छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल और केंद्रीय बल के अधिकारियों की मीटिंग ली। अधिकारियों को निर्देशित किया कि क्षेत्र की नक्सल संवेदनशीलता का ख्याल रखते हुए थाना/केम्प की सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ बनाये रखें, जवानों की वेलफेयर के अंतर्गत चिकित्सकीय उपचार और अवकाश को विशेष प्राथमिकता में रखें; जवानों को निर्धारित संख्या में रोटेशन के आधार पर अवकाश दें। अधिकारियों से मीटिंग के बाद श्री जायसवाल ने जवानों से भी बात की, उन्हें आले दर्जे का अनुशासन बनाये रखने, केम्प की सुरक्षा और साफ़ सफाई के साथ व्यक्तिगत स्वास्थ्य को सर्वोपरि रखने की बात कहते हुए कहा "स्वस्थ शरीर से बड़ी पूँजी कुछ नहीं!" इस दौरान उप पुलिस अधीक्षक सुश्री उन्नति ठाकुर उपस्थित रही।
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शुक्रवार, अक्टूबर 29, 2021
डीआईजी श्री बालाजी राव सोमावार रहे जिला नारायणपुर के प्रवास पर, प्रभावी नक्सल ऑपरेशन के लिए अधिकारियों के साथ की बैठक
डीआईजी श्री बालाजी राव सोमावार रहे जिला नारायणपुर के प्रवास पर, प्रभावी नक्सल ऑपरेशन के लिए अधिकारियों के साथ की बैठक
आज दिनाँक 29.10.2021 को श्री बालाजी राव सोमावार, उप पुलिस महानिरीक्षक, कांकेर रेंज, कांकेर नारायणपुर जिला के प्रवास पर रहे। इस दौरान उन्होंने जिला नारायणपुर में प्रभावी नक्सल अभियान संचालित करने के उद्देश्य से पुलिस अधिकारियों की बैठक लिये। इस बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री गिरिजा शंकर जायसवाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री नीरज चंद्राकर, उप पुलिस अधीक्षक सुश्री उन्नति ठाकुर, उप पुलिस अधीक्षक श्री प्रशांत खांडे, उप पुलिस अधीक्षक सुश्री मोनिका मराबी, रक्षित निरीक्षक श्री दीपक साव, निरीक्षक श्री मालिकराम, निरीक्षक श्री आकाश मसीह सहित नक्सल मोर्चे में तैनात डीआरजी के अधिकारी शामिल रहे। बैठक के दौरान श्री सोमावार ने कहा कि नक्सल अभियान को प्रभावी तरीके से दोगुनी शक्ति के साथ संचालित करें। उन्होंने यह भी कहा कि इसके लिए आवश्यक है कि पुलिस बल के जवानों और अधिकारियों का आम लोगों से मित्रवत व्यवहार हो तथा किसी भी स्थिति में जवानों से कोई चूक न हो जाये जिससे आम जनता को परेशानियों का सामना करना पड़े।
श्री सोमावार ने कहा कि जिला नारायणपुर अत्यंत संवेदनशील है यहाँ ड्यूटी करना भी अत्यंत चुनौतियों से भरा है ऐसे में बेहतर नेतृत्व और जवानों का वेलफेयर आवश्यक है। उन्होंने अधिकारियों पर भरोसा प्रकट करते हुए कहा कि निःसंदेह नए पुलिस अधीक्षक श्री गिरिजा शंकर जायसवाल के नेतृत्व में जिला नारायणपुर का यह टीम बेहतर और रिजल्ट ओरिएंटेड कार्य करेगी।
उक्त मीटिंग के बाद डीआईजी श्री सोमावार केंद्रीय बलों के सेनानियों से मिलकर प्रभावी ऑपरेशन के लिए चर्चा किये। जिसमें आईटीबीपी 29th बटालियन के सेनानी श्री समर बहादुर सिंह, आईटीबीपी 53th बटालियन के सेनानी श्री पंकज वर्मा, बीएसएफ बटालियन के सेनानी श्री राजीव शर्मा, आईटीबीपी 45th बटालियन के उप सेनानी श्री रोशनलाल शर्मा, नारायणपुर एसपी श्री गिरिजा शंकर जायसवाल और एएसपी नीरज चंद्राकर उपस्थित रहे। इस दौरान डीआईजी कांकेर ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिला में संचालित हो रहे विकास कार्यों, वीआईपी मूवमेंट और आम जनता की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दें।
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गुरुवार, अक्टूबर 28, 2021
"विषम परिस्थितियों और बडे से बडे समस्या का डटकर सामना करना जवानों की सबसे खास विशेषता है" - आईपीएस गिरिजा शंकर जायसवाल
पुलिस अधीक्षक श्री गिरिजा शंकर जायसवाल सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने अचानक पहुंचे अमदईघाटी हिल्स टाॅप कैम्प, जवानों से कहा अपने स्वास्थ्य और सुरक्षा का रखें विशेष ख्याल
पुलिस अधीक्षक श्री गिरिजा शंकर जायसवाल आज दिनांक 28.10.2021 को अचानक अमदईघाटी हिल्स टाॅप कैम्प की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने पहुंचे। वहां उन्होने जिला पुलिस बल और छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल के अधिकारियों की मीटिंग लेकर सुरक्षा व्यवस्था के संबंध में आवश्यक निर्देश दिये। बैठक के दौरान उन्होंने अधिकारियों से कहा कि "आरक्षक और प्रधान आरक्षक स्तर के जवान पुलिस विभाग की रीढ़ है" अतः हिल्स टाॅप की कठोर ड्यूटी के साथ-साथ इन जवानों के वेलफेयर पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
बैठक के बाद श्री जायसवाल ने जवानों से बात कर उन्हें अपने स्वास्थ्य और सुरक्षा का ख्याल रखने का सुझाव देते हुए कहा कि "विषम परिस्थितियों और बडे से बडे समस्या का डटकर सामना करना जवानों की सबसे खास विशेषता है।" मुझे विश्वास है कि आप सभी अपने इस विशेषता को बनाये रखेंगे और प्रत्येक स्थिति में स्थानीय नागरिकों की सुरक्षा के लिये तैयार रहेंगे।
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बुधवार, अक्टूबर 27, 2021
एसपी श्री गिरिजा शंकर जायसवाल ने कहा बस्तर फाईटर में आरक्षक की नौकरी मेरिट के आधार पर लगेगी
पुलिस अधीक्षक श्री गिरिजा शंकर जायसवाल ने नारायणपुर पुलिस द्वारा संचालित निःशुल्क फिजिकल अभ्यास और कोचिंग मे शामिल आरक्षक बस्तर फाईटर भर्ती के अभ्याथियों से मिलकर किया मार्गदर्शन
आज दिनांक 27.10.2021 को एसपी श्री गिरिजा शंकर जायसवाल ने नारायणपुर पुलिस द्वारा उप निरीक्षक संवर्ग भर्ती और आरक्षक बस्तर फाईटर भर्ती हेतु संचालित निःशुल्क फिजिकल अभ्यास और कोचिंग के अभ्याथियों से मिलकर उनका मार्गदर्शन किया। इस दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री नीरज चन्द्राकर, रक्षित निरीक्षक श्री दीपक साव, निरीक्षक श्री मालिक राम, निरीक्षक श्री आकाश मसीह सहित प्रशिक्षण टीम के अधिकारी/कर्मचारी व पुलिस भर्ती की तैयारी करने वाले लगभग 450 अभ्यार्थी डीआरजी ग्रेट हाॅल, नारायणपुर में उपस्थित रहे। इस दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री नीरज चन्द्राकर ने भी हाई स्कूल ग्राउण्ड में चल रहे फिजिकल अभ्यास की समीक्षा करते हुए भर्ती के दौरान फिजिकल टेस्ट और परीक्षा में आने वाले संभावित प्रश्नों की तैयारी के संबंध में बारीकियों से अवगत कराया। उल्लेखनीय है कि बस्तर संभाग के सभी जिलों में आरक्षक बस्तर फाईटर की भर्ती प्रक्रिया जारी है, इसके तहत् जिला नारायणपुर में 300 पदों के विरूद्ध भर्ती प्रक्रिया चल रही है।
पुलिस अधीक्षक श्री जायसवाल ने अभ्यार्थियों से कहा कि ये भर्ती जिला नारायणपुर के मूल निवासियों के लिये पहली बड़ी भर्ती है जिसमें केवल 300 स्थानीय युवाओं को नियुक्ति प्रदान की जाएगी। इस भर्ती की सबसे खास बात ये है कि इस भर्ती में स्थानीय बोली, हल्बी और गोण्डी के जानकार को 20 अंक बोनस भी प्रदान किये जायेंगे। आरक्षक बस्तर फाईटर के 300 पदों के विरूद्ध भर्ती में जिला नारायणपुर का कोई भी निवासी समान रूप से प्रतियोगिता में भाग लेकर फिजिकल टेस्ट, लिखित परीक्षा, स्थानीय बोली के ज्ञान और साक्षात्कार में प्राप्त अंकों के आधार पर मेरिट हासिल कर अपना नियुक्ति सुनिश्चित कर सकता है। उन्होनें कहा कि यह भर्ती पूरी तरह से पारदर्शी और भ्रष्ट्राचार मुक्त होगा।
श्री जायसवाल ने अभ्यार्थियों का मनोबल ऊँचा करते हुए कहा कि "आरक्षक बस्तर फाईटर की यह भर्ती न सिर्फ आपको देश-प्रेम और राज्य की सेवा करने अवसर प्रदान करेगी वरन् आप सबके लिये गरीमामय जीवन जीने, आर्थिक आजादी और सामाजिक स्टेटस प्रदान करने सहित आत्म निर्भर होने का भी अवसर प्रदान करती है।"
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मंगलवार, अक्टूबर 26, 2021
नव पदस्थ पुलिस अधीक्षक श्री गिरिजा शंकर जायसवाल के नेतृत्व में नारायणपुर पुलिस एक्शन मोड़ पर: नक्सलियों के सप्लाई चैन को तोड़ने में मिली सफलता
पुलिस अधीक्षक श्री गिरिजा शंकर जायसवाल के नेतृत्व में नारायणपुर पुलिस को नक्सलियों के सप्लाई चैन को तोड़ने में मिली सफलता
आज दिनाँक 26/10/2021 को विश्वसनीय सूत्र के माध्यम से एसपी श्री गिरिजा शंकर जायसवाल को सूचना प्राप्त हुई कि एक वाहन के माध्यम से अवैध पटाखें ले जाया जा रहा है जिसे नक्सलियों, संघम सदस्यों तथा नक्सली समर्थकों द्वारा फोर्स मूवमेंट की लोकैशन उजागर करने हेतु इस्तेमाल के लिए सप्लाई किया जाता है। सूचना प्राप्त होते ही श्री जायसवाल ने थाना प्रभारी ओरछा के नेतृत्व में एक टीम गठित की; टीम ने जाँच/ कार्यवाही के दौरान मुख्य आरोपी दीपक डे, पिता शेषा उम्र 42 वर्ष और सह अभियुक्त महिपाल पटेल, पिता भंगी राम पटेल उम्र 27 वर्ष को निजी वाहन क्रमांक CG17GA0251 में बिना लाइसेंस के अवैध पटाखे का परिवहन करते हुए धर दबोचा। कार्यवाही के दौरान विभिन्न ब्रांड्स जैसे: टाइगर बम पटाखे, छत्तीसगढ़ टाइगर पटाखे, होली पटाखे, तोताछाप पटाखे और ताज लग्जरी पटाखे सहित अन्य ब्रांड के अनुमानित क़ीमत 30,000/- (शब्दों में तीस हजार रुपये) के पटाखे जप्त की गई। पुलिस अधीक्षक श्री गिरिजा शंकर जायसवाल के निर्देशानुसार विस्फोटक अधिनियम 1884 के धारा 9 (ख) के तहत थाना ओरछा में अपराध क्रमांक 16/2021 पंजीबद्ध कर कार्यवाही विवेचना में ली गई। उक्त कार्यवाही के माध्यम से नक्सलियों के सप्लाई चैन को तोड़ने में सफलता मिली है।
उक्त घटनाक्रम के मद्देनजर श्री जायसवाल ने जिले के सभी थाना प्रभारियों को निर्देशित किया कि, सड़क मार्ग सहित अन्य माध्यम से किसी भी शर्त में इस प्रकार के विस्फोटक पदार्थ, राशन, कपड़े, मेडिसन सहित अन्य अवैधानिक वस्तुएं नक्सलियों तक न पहुँचे इस हेतु एक्शन प्लान बनाया है। उन्होंने थाना प्रभारियों से यह भी कहा कि एमसीपी चेकिंग और सतत निगरानी के दौरान यह भी सुनिश्चित करें कि जिला क्षेत्रान्तर्गत किसी भी स्थान में पटाखे ख़ासकर विस्फोटक के रूप में इस्तेमाल में लाने वाले वस्तुओं का अवैध परिवहन, भंडारण अथवा विक्रय न हो।
उक्त घटना के संबंध में पुलिस अधीक्षक श्री गिरिजा शंकर जायसवाल ने मीडिया को बताया कि नारायणपुर पुलिस नक्सलियों के हर प्रकार के चैन को तोड़ने के लिए सतत निगरानी के साथ कार्यवाही करती रहेगी।
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सोमवार, अक्टूबर 25, 2021
अबुझमाड़ के दूरस्थ अंचल ओरछा पहुंचे पुलिस अधीक्षक श्री गिरिजा शंकर जायसवाल
अबुझमाड़ के दूरस्थ अंचल ओरछा पहुंचे पुलिस अधीक्षक श्री गिरिजा शंकर जायसवाल
श्री जायसवाल ने कहा कि नारायणपुर पुलिस का मुख्य ध्येय नागरिकों की सुरक्षा और विश्वास है। ध्येय को बरकरार रखते हुए आम नागरिकों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करें तथा सुनिश्चित करें कि पुलिस बल और जवानों के द्वारा ऐसा कोई कृत्य कारित न हो जाए जिससे फोर्स की छवि धुमिल हो और आम नागरिकों को किसी भी प्रकार के समस्याओं का सामना करना पड़े।
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रविवार, अक्टूबर 24, 2021
आरक्षक बस्तर फाइटर के परीक्षा मे आने वाली महत्वपूर्व संभावित सामान्य ज्ञान - यदि आपको परीक्षा मे पास होना है तो आज ही इसे याद कर लें
छत्तीसगढ़ राज्य से संबंधित महत्वपूर्व सामान्य ज्ञान
- राज्य का नाम -छत्तीसगढ़
- राज्य का प्राचीन नाम -दक्षिण कोसल
- राज्य की स्थापना -1 नवंबर, 2000 (देश का 26वाँ राज्य)
- राजधानी - नवा रायपुर
- जनसंख्या - 2,55,40,196
- क्षेत्रफल - 1,35,192 वर्ग किमी.
- कुल ज़िले - 28
- राज्य का प्राचीन नाम - दक्षिण कोसल
- राज्य की आकृति- समुद्री घोड़ा (हिप्पोकैंपस)
- उच्च न्यायालय - बिलासपुर (देश का 19वाँ)
- राज्य का मातृ राज्य -मध्य प्रदेश
- छत्तीसगढ़ मध्यप्रांत का एक संभाग बना -1862 में
- राज्य की राजधानी -नवा रायपुर (पहले रायपुर)
- राज्य की आकृति -सी. हार्स (समुद्री घोड़े) के समान
- राज्य गठन हेतु अधिनियम -मध्य प्रदेश राज्य पुनर्गठन अधिनियम, 2000
- राज्य निर्माण का समय -9वीं पंचवर्षीय योजना (1997-2002)
- राज्य की राजकीय भाषा -छत्तीसगढ़ी (स्वीकृति 28 नवंबर, 2007 को)
- राज्य की विधायिका -एकसदनात्मक (विधानसभा)
- राज्य में राज्यसभा सीट -5
- राज्य में लोकसभा सीटें -11
- राज्य में विधानसभा सीटें -90
- राज्य का उच्च न्यायालय -बिलासपुर (देश का 19वाँ उच्च न्यायालय)
- राज्य में रेलवे ज़ोन -दक्षिण-पूर्व मध्य रेलवे (बिलासपुर) (देश का 16वाँ रेलवे ज़ोन)
- राज्य में शासकीय मुद्रणालय -राजनांदगाँव (1989)
- राज्य में ब्रेल लिपि प्रेस -तिफरा (बिलासपुर)
- राज्य का राजस्व मंडल मुख्यालय -बिलासपुर
- राज्य का नृजातीय म्यूज़ियम -जगदलपुर
- राज्य में कुल ज़िलों की संख्या -28 (अगस्त 2019 में घोषित 28वाँ ज़िला- गौरेला-पेंड्रा-मरवाही)
- राज्य निर्माण के समय ज़िलों की संख्या -16
- राज्य निर्माण के बाद 2007 में सृजित ज़िले ख्र02 (नारायणपुर, बीज़ापुर)
- दिसंबर 2011 में कुल ज़िलों की संख्या -18
- 2012 में सृजित ज़िले -09
- क्षेत्रफल के अनुसार सबसे बड़ा ज़िला -राजनांदगाँव
- क्षेत्रफल के अनुसार सबसे छोटा ज़िला -दुर्ग
- राज्य गठन के समय कुल संभाग -03 (रायपुर, बिलासपुर, बस्तर)
- वर्तमान में कुल संभाग -05 (रायपुर, बिलासपुर, बस्तर, सरगुजा, दुर्ग)
- राज्य में कुल तहसील -172
- सबसे बड़ी तहसील -पोड़ी उपरोड़ा (कोरबा)
- विकासखंडों की संख्या -146
- आदिवासी विकासखंडों की संख्या -85,
- ज़िला पंचायतों की संख्या -27
- जनपद पंचायतों की संख्या -146
- ग्राम पंचायतों की संख्या -11664
- नगर निगमों की संख्या -14
- नगर पालिकाओं की संख्या -44
- नगर पंचायतों की संख्या -111
- कुल ग्राम (जनगणना 2011) -20126
- कुल आबाद ग्राम (जनगणना 2011) -19576
- कुल वीरान ग्राम (जनगणना 2011) -55
भौगोलिक स्थिति (Geographical Location)
- अक्षांश (Latitude) -17°46' N/उ. To/से 24°5'N/उ.
- देशांतर (Longitude) -80°15' E/पू. To/से 84°24'E/पू.
- राज्य का क्षेत्रफल µ1,35,192 वर्ग किमी. (देश के कुल क्षेत्रफल का 4.14 प्रतिशत एवं
- मध्य प्रदेश के कुल क्षेत्रफल का 30.47 प्रतिशत)
- राज्य के ज़िले, जिनसे कर्क रेखा गुज़रती है -03 (कोरिया, सूरजपुर, बलरामपुर)
- राज्य के ज़िले, जिनसे भारतीय मानक समय रेखा (IST) गुज़रती है -07 (सूरजपुर, कोरबा जांजगीर-चांपा, बलौदाबाज़ार, महासमुंद, गरियाबंद, बालोद)
- राज्य की कर्क रेखा एवं आई.एस.टी. का मिलन बिंदु -सूरजपुर (अन्य स्रोतों में कोरिया)
- क्षेत्रफल के आधार पर देश में स्थान -10वाँ
- राज्य की पूर्व से पश्चिम की चौड़ाई -435 किमी.
- राज्य की उत्तर से दक्षिण की लंबाई -700 से 800 किमी.
- राज्य से सटे राज्यों की संख्या -7
- अन्य राज्यों से सटे ज़िलों की संख्या -18
- सर्वाधिक राज्यों से सटे ज़िले -02 (बलरामपुर व सुकमा)
- 2 राज्यों की सीमा को स्पर्श करने वाले ज़िले -03 (जशपुर, राजनांदगाँव, बीज़ापुर)
- छत्तीसगढ़ की सबसे लंबी सीमा छूने वाला राज्य -ओडिशा
- छत्तीसगढ़ की सबसे छोटी सीमा छूने वाला राज्य -आंध्र प्रदेश
- छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा भू-आकृतिक प्रदेश -छत्तीसगढ़ का मैदान
- छत्तीसगढ़ का सबसे छोटा एवं सबसे ऊँचा भू-आकृतिक प्रदेश -जशपुर-सामरीपाट
- छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा अपवाह तंत्र -महानदी अपवाह तंत्र
- छत्तीसगढ़ का सबसे छोटा अपवाह तंत्र -नर्मदा अपवाह तंत्र
- छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा मृदा समूह -लाल-पीली मृदा
- छत्तीसगढ़ का सबसे छोटा मृदा समूह -लैटेराइट मृदा
- छत्तीसगढ़ का जलवायु -उष्णकटिबंधीय मानसूनी
- छत्तीसगढ़ का चेरापूूंजी -अबुझमाड़
- छत्तीसगढ़ का सर्वाधिक ठंडा स्थान -मैनपाट (सरगुजा)
- छत्तीसगढ़ का सर्वाधिक गर्म स्थान -चांपा
- छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा शैल समूह -आर्कियन
- छत्तीसगढ़ का सबसे छोटा शैल समूह -दक्कन ट्रेप
- छत्तीसगढ़ की सबसे ऊँची चोटी -गौरलाटा (1225 मी.)
- छत्तीसगढ़ की सबसे लंबी नदी -महानदी (858 किमी.)
- छत्तीसगढ़ मे बहने वाली सबसे लंबी नदी -शिवनाथ (290 किमी.)
- छत्तीसगढ़ का शिमला -मैनपाट
संभाग और जिले का नाम
- रायपुर संभाग में ज़िले -रायपुर, धमतरी, महासमुंद, गरियाबंद, बलौदाबाज़ार-भाटापारा
- बिलासपुर संभाग में ज़िले -बिलासपुर, मुंगेली, रायगढ़, कोरबा, जांजगीर-चांपा, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही
- बस्तर संभाग में ज़िले -बस्तर, कांकेर, दंतेवाड़ा, सुकमा, नारायणपुर, बीज़ापुर, कोंडागाँव
- सरगुजा संभाग में ज़िले -सरगुजा, कोरिया, बलरामपुर, सूरजपुर, जशपुर
- दुर्ग संभाग में ज़िले -दुर्ग, राजनांदगाँव, कबीरधाम, बेमेतरा, बालोद
छत्तीसगढ़ के प्रमुख प्रवर्तक एवं उनकी उपाधि
- छत्तीसगढ़ का सहकारिता पुरुष -रामगोपाल तिवारी
- छत्तीसगढ़ में सहकारिता का जनक -ठा. प्यारेलाल
- दुर्ग ज़िले में सहकारिता का जनक -पं. रत्नाकर झा
- रायपुर ज़िले में सहकारिता का जनक -वामनराव लाखे
- छत्तीसगढ़ में पत्रकारिता का जनक -माधवराव सप्रे
- छत्तीसगढ़ में सतनाम पंथ के संस्थापक -गुरु घासीदास
- छत्तीसगढ़ में कबीरपंथ के संस्थापक -चूड़ामणि साहब
- छत्तीसगढ़ का मंगल पांडे -हनुमान सिंह
- छत्तीसगढ़ का भगत सिंह -परसराम सोनी
- छत्तीसगढ़ का तात्या टोपे -गुण्डाधूर
- छत्तीसगढ़ का गांधी -पं. सुंदरलाल शर्मा
- बस्तर का गांधी -मनकू राम सोढ़ी
- छत्तीसगढ़ का वाल्मीकि -गोपाल मिश्र
- छत्तीसगढ़ का पाणिनि -हीरालाल काव्योपाध्याय
- छत्तीसगढ़ के प्रथम शहीद -वीरनारायण सिंह
- 1857 की क्रांति के अंतिम शहीद -सुरेंद्र साय
- मध्यप्रांत के विधानपुरुष -घनश्याम सिंह गुप्त (1937)
- मध्य प्रदेश के विधानपुरुष -मथुरा प्रसाद दुबे (1981)
- ईसाई धर्म के प्रथम प्रचारक -फादर टी. लोर (1868)
- नाचा के जनक -दाऊ दुलार सिंह मंदराजी
- पंडवानी के जनक -झाडूराम देवांगन
- लोककला के उद्धारक -दाऊ रामचंद्र देशमुख
- लोककला के पुजारी -महासिंह चंद्राकर
छत्तीसगढ़ के प्रचलित स्थल
- छत्तीसगढ़ की काशी/वाराणसी -खरौद
- छत्तीसगढ़ का कश्मीर -चैतुरगढ़ (कोरबा)
- छत्तीसगढ़ का चित्तौड़ -लाफागढ़ (कोरबा)
- छत्तीसगढ़ का खजुराहो -भोरमदेव (कबीरधाम)
- छत्तीसगढ़ का प्रयाग -राजिम (गरियाबंद)
- छत्तीसगढ़ का शिमला -मैनपाट (सरगुजा)
- छत्तीसगढ़ का नागलोक -तपकरा (जशपुर)
- छत्तीसगढ़ का चेरापूंजी -अबूझमाड़ (नारायणपुर)
- छत्तीसगढ़ का प्राचीनतम मंदिर -देवरानी-जेठानी मंदिर (5वीं-6वीं शताब्दी) (तालागाँव, बिलासपुर)
- छत्तीसगढ़ की ज्ञान राजधानी -भिलाई (दुर्ग)
- छत्तीसगढ़ की तालाबों की नगरी -रतनपुर (बिलासपुर)
- छत्तीसगढ़ में मंदिरों की नगरी -आरंग (रायपुर)
- छत्तीसगढ़ में टंकियों का शहर -रतनपुर (बिलासपुर)
- छत्तीसगढ़ में चौराहों का शहर -जगदलपुर (दंतेवाड़ा)
- छत्तीसगढ़ में साल वनों का द्वीप -बस्तर
- छत्तीसगढ़ की टमाटर राजधानी -लुडेंग (जशपुर)
- छत्तीसगढ़ का शिवकाशी -बिलासपुर
छत्तीसगढ़ में प्रथम
- छत्तीसगढ़ का प्रथम क्षेत्रीय राजवंश -राजर्षितुल्य कुल वंश
- प्रथम कल्चुरि शासक -कलिंगराज (राजधानी- तुम्माण)
- प्रथम मराठा शासक -बिंबाजी भोंसले (राजधानी- रतनपुर)
- प्रथम सूबेदार -महिपत राव दिनकर (राजधानी- रतनपुर)
- प्रथम ज़िलेदार -कृष्णाराव अप्पा
- प्रथम ब्रिटिश अधीक्षक -कैप्टन एडमंड
- प्रथम डिप्टी कमिश्नर -चार्ल्स सी. इलियट
- प्रथम महिला शासिका -प्रपुल्ल कुमारी देवी
- प्रथम जनजाति विद्रोह -हल्बा विद्रोह (1774-1776)
- प्रथम मुख्यमंत्री -श्री अजीत प्रमोद कुमार जोगी
- प्रथम मुख्य न्यायाधीश -श्री डब्ल्यू.ए. शशांक
- प्रथम कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश -श्री आर.एस. गर्ग
- प्रथम निर्वाचन आयुक्त -श्री अजय कुमार सिंह
- प्रथम राज्य मानवाधिकार आयोग अध्यक्ष -श्री के. एम. अग्रवाल
- प्रथम विधानसभा अध्यक्ष -श्री राजेंद्र प्रसाद
- प्रथम विधानसभा उपाध्यक्ष -श्री बनवारीलाल अग्रवाल
- प्रथम गृह मंत्री -श्री नंदकुमार पटेल
- प्रथम शिक्षा मंत्री -श्री सत्यनारायण शर्मा
- प्रथम लोकायुक्त -श्री न्यायमूर्ति कृष्णमुरारी अग्रवाल
- प्रथम राज्यपाल -श्री दिनेश नंदन सहाय
- प्रथम मुख्य सूचना आयुक्त -श्री ए.के. विजयवर्गीय
- प्रथम मुख्य सचिव -श्री अरुण कुमार
- प्रथम राज्य महिला आयोग अध्यक्ष -श्रीमती हेमवंत पोर्ते
- प्रथम पुलिस महानिदेशक -श्री मोहन शुक्ल
- छत्तीसगढ़ राज्य लोक सेवा आयोग के प्रथम अध्यक्ष -श्री मोहन शुक्ल
- प्रथम महिला मंत्री (अविभाजित मध्य प्रदेश में) -श्रीमती पद्मावती देवी
- प्रथम महिला मंत्री (छत्तीसगढ़ राज्य में) -श्रीमती गीता देवी सिंह
- प्रथम महिला सांसद -मिनीमाता (रायपुर संसदीय क्षेत्र से)
- छत्तीसगढ़ से सर्वाधिक बार सांसद -स्व. विद्याचरण शुक्ल (9 बार)
- छत्तीसगढ़ राज्य गो-सेवा आयोग के प्रथम अध्यक्ष -पवन दीवान
- छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत नियामक आयोग के प्रथम अध्यक्ष -एस. के. मिश्र
- छत्तीसगढ़ के प्रथम व्यक्ति, जो किसी राज्य के मुख्यमंत्री बने -पं. रविशंकर शुक्ल (मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री)
- छत्तीसगढ़ के प्रथम व्यक्ति, जो किसी राज्य के राज्यपाल बने -ई. राघवेंद्र राव (मध्य प्रदेश के राज्यपाल)
- छत्तीसगढ़ के प्रथम व्यक्ति, जो मध्य प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष बने -मथुरा प्रसाद दुबे
- पद्मश्री से सम्मानित प्रथम व्यक्ति -मुकुटधर पांडेय (1976)
- पद्मश्री से सम्मानित प्रथम महिला -तीजनबाई (1987)
- पद्मभूषण से सम्मानित प्रथम व्यक्ति -हबीब तनवीर (2002)
- पद्मभूषण से सम्मानित प्रथम महिला -तीजनबाई (2003)
- मिनीमाता सम्मान की प्रथम प्राप्तकर्त्ता -श्रीमती बिन्नी बाई (2001)
- डॉ. खूबचंद बघेल सम्मान के प्रथम प्राप्तकर्त्ता -श्रीकांत गोवर्धन (2001)
- पं. रविशंकर शुक्ल सम्मान के प्रथम प्राप्तकर्त्ता -केयरभूषण (2001)
- पं. सुंदरलाल शर्मा सम्मान के प्रथम प्राप्तकर्त्ता -विनोद कुमार शुक्ल (2001)
- गुण्डाधूर सम्मान के प्रथम प्राप्तकर्त्ता -आशीष अरोरा (2001)
- प्रथम महाविद्यालय -छत्तीसगढ़ महाविद्यालय, रायपुर (1938)
- प्रथम संस्कृत महाविद्यालय -रायपुर (1955)
- प्रथम विश्वविद्यालय -इंदिरा कला एवं संगीत विश्वविद्यालय, खैरागढ़ (राजनांदगाँव) (1956)
- प्रथम सामान्य शिक्षा विश्वविद्यालय -पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर (1964)
- प्रथम निजी विश्वविद्यालय -महर्षि विश्वविद्यालय, बिलासपुर (2002)
- प्रथम चिकित्सा महाविद्यालय -पं. नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय, रायपुर (1963)
- छत्तीसगढ़ का सबसे प्राचीन I.T.I. -कोनी (बिलासपुर 1904)
- राज्य का प्रथम विधि विश्वविद्यालय -हिदायतुल्ला राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय, रायपुर
- राज्य का प्रथम निजी चिकित्सा महाविद्यालय -चंदूलाल चंद्राकर मेमोरियल चिकित्सा महाविद्यालय, दुर्ग
- राज्य का प्रथम खेल विश्वविद्यालय -राजनांदगाँव (प्रस्तावित)
- राज्य का प्रथम सरकारी चिकित्सा महाविद्यालय -पं. जवाहरलाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय, रायपुर (1963)
परिवहन एवं संचार
- राज्य की सड़कों की कुल लंबाई -32932 किमी. (मार्च 2019 की स्थिति में)
- राष्ट्रीय राजमार्ग की लंबाई -3526 किमी.
- राजकीय राजमार्ग की लंबाई -4176 किमी.
- मुख्य ज़िला मार्ग की लंबाई -11501 किमी.
- ग्रामीण मार्ग एवं अन्य ज़िला मार्ग की लंबाई -13729 किमी.
- राज्य में सबसे बड़ा राष्ट्रीय राजमार्ग - NH30 (638.80 किमी.)
- राज्य में सबसे छोटा राष्ट्रीय राजमार्ग - NH163 (A) (12 किमी.)
- पी.डब्ल्यू.डी. पक्की सड़कें - 30508.13 किमी.
- पी.डब्ल्यू.डी. कच्ची सड़कें - 2323.40 किमी.
- सबसे बड़ा राजकीय राजमार्ग &SH5
- सबसे छोटा राजकीय राजमार्ग &SH14
- प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत सड़कों की लंबाई &31758.73 किमी. (31 मार्च, 2019 तक)
- प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत सड़कों की कुल संख्या -6791
- प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत पुलों की कुल संख्या -196
- छत्तीसगढ़ में सर्वप्रथम रेल का संचालन -27 नवंबर, 1888 (बंगाल-नागपुर)
- बिलासपुर रेल मंडल की स्थापना -सन् 1900 (कलकत्ता रेलवे के अधीन)
- दक्षिण-पूर्व-मध्य रेलवे (द.पू.म.रे.) ज़ोन की घोषणा -20 सितंबर, 1998 (तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा)
- दक्षिण-पूर्व-मध्य रेलवे का उद्घाटन -7 अप्रैल, 2003
- राज्य में रेल लाईन की कुल लंबाई -1196 किमी.
- दक्षिण-पूर्व-मध्य रेलवे का मुख्यालय -बिलासपुर
- छत्तीसगढ़ का एकमात्र विमानतल -स्वामी विवेकानंद विमानतल (माना, रायपुर)
- छत्तीसगढ़ में हवाईपट्टी की कुल संख्या -08
- छत्तीसगढ़ में जल परिवहन हेतु एकमात्र नदी -शबरी नदी
- छत्तीसगढ़ में आकाशवाणी केंद्र की शुरुआत -2 अक्तूबर, 1963, रायपुर
- वर्तमान में राज्य में उपस्थित कुल आकाशवाणी केंद्र -06
- राज्य में दूरदर्शन की शुरुआत -1977, रायपुर
- राज्य में डाकवृत्त की स्थापना -12 नवंबर, 2001
- राज्य में पोस्ट ऑफिसों (उप और अतिरिक्त सहित) की संख्या -3896 (31 मार्च, 2019 की स्थिति में)
- राज्य में डाकपेटियाें की संख्या -15364
- प्रथम समाचार-पत्र -छत्तीसगढ़ मित्र (1900)
- प्रथम छत्तीसगढ़ी फिल्म -कहि देबे संदेश
- प्रथम दैनिक समाचार-पत्र -महाकौशल (1951)
साक्षरता एवं शिक्षा
- साक्षर (जनगणना-2011)
- कुल साक्षर जनसंख्या -15380000 (1.5 करोड़)
- पुरुष साक्षर जनसंख्या -8808000 (33 लाख)
- महिला साक्षर जनसंख्या -6572000 (65 लाख)
- ग्रामीण साक्षर जनसंख्या -11009000 (1.10 करेाड़)
- शहरी साक्षर जनसंख्या -4371000 (43 लाख)
शिक्षा (2019-20)
- प्राथमिक विद्यालयों की संख्या -32811
- माध्यमिक विद्यालयों की संख्या -16370
- हाईस्कूलों की संख्या -6887
- हायर सेकेंडरी स्कूलों की संख्या -4028
- प्राथमिक विद्यालय में विद्यार्थियों की संख्या -2636281
- माध्यमिक विद्यालय में विद्यार्थियों की संख्या -1517322
- हाईस्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या -946427
- हायर सेकेंडरी स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या -579151
- प्राथमिक विद्यालय में शिक्षकों की संख्या -95757
- माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों की संख्या -80523
- हाईस्कूलों में शिक्षकों की संख्या -20383
- हायर सेकेंडरी स्कूलों में शिक्षकों की संख्या -73207
उच्च शिक्षा संस्थान
- राज्य में शासकीय महाविद्यालयों की संख्या -253
- राज्य में अशासकीय महाविद्यालयों की संख्या -257
- राज्य का एकमात्र संस्कृत महाविद्यालय -शासकीय डी.सी.वी. संस्कृत महाविद्यालय, रायपुर
- राज्य में कुल चिकित्सा महाविद्यालय -10 (7 शासकीय, 03 निजी)
- राज्य का एकमात्र केंद्रीय चिकित्सा महाविद्यालय -अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS), रायपुर
- राज्य में विश्वविद्यालय की संख्या -24
- राज्य में केंद्रीय विश्वविद्यालय की संख्या -01
- राज्य में राजकीय विश्वविद्यालय की संख्या -09
- राज्य में निजी विश्वविद्यालय की संख्या -14
- राज्य का प्रथम एवं एकमात्र विश्वविद्यालय -इंदिरा कला एवं संगीत विश्वविद्यालय, खैरागढ़ (राजनांदगांव) (1956)
- राज्य का प्रथम निजी विश्वविद्यालय -महर्षि विश्वविद्यालय, भिलाई (दुर्ग)
- राज्य का एकमात्र केंद्रीय विश्वविद्यालय -गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय, कोनी (बिलासपुर)
- राज्य का एकमात्र एवं देश का 11वाँ मुक्त विश्वविद्यालय -पंडित सुंदरलाल शर्मा विश्वविद्यालय,बिरकोना (बिलासपुर)
- राज्य का एकमात्र पत्रकारिता विश्वविद्यालय -कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, काठाडीड (रायपुर)
- राज्य का एकमात्र तकनीकी विश्वविद्यालय -छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय, भिलाई (दुर्ग)
- राज्य का एकमात्र कृषि विश्वविद्यालय -इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर
- राज्य का एकमात्र विधि विश्वविद्यालय -हिदायतुल्ला राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय, रायपुर
- राज्य का एकमात्र पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय -कामधेनु विश्वविद्यालय, अंजोरा (दुर्ग)
- राज्य का एकमात्र चिकित्सा विश्वविद्यालय -पं. दीनदयाल उपाध्याय आयुष व स्वास्थ्य विश्वविद्यालय, रायपुर
जनसंख्या (जनगणना 2011 के अनुसार)
- राज्य की कुल जनसंख्या -2,55,45,198
- राज्य की जनसंख्या देश की जनसंख्या -2.11%
- सर्वाधिक जनसंख्या वाला ज़िला -रायपुर (4063872)
- सर्वाधिक स्त्री जनसंख्या वाला ज़िला -नारायणपुर (139820)
- सर्वाधिक स्त्री जनसंख्या वाला ज़िला -रायपुर (2015686)
- सबसे कम स्त्री जनसंख्या वाला ज़िला -नारायणपुर (69716)
- सर्वाधिक पुरुष जनसंख्या वाला ज़िला -रायपुर
- सर्वाधिक कम पुरुष जनसंख्या वाला ज़िला -नारायणपुर
- ग्रामीण जनसंख्या -19607961
- सर्वाधिक ग्रामीण जनसंख्या वाला ज़िला -रायपुर (2580583)
- सबसे कम ग्रामीण जनसंख्या वाला ज़िला -नारायणपुर (117714)
- नगरीय जनसंख्या -5937237
- सर्वाधिक नगरीय जनसंख्या वाला ज़िला -रायपुर (1483289)
- सबसे कम नगरीय जनसंख्या वाला ज़िला -नारायणपुर (22106)
- स्त्री-पुरुष अनुपात -991:1000
- सर्वाधिक स्त्री-पुरुष अनुपात वाला ज़िला -कोण्डागाँव (1033:1000)
- सबसे कम स्त्री-पुरुष अनुपात वाला ज़िला -रायपुर (963:1000)
- जनसंख्या वृद्धि दर -22.61 प्रतिशत
- सर्वाधिक जनसंख्या वृद्धि दर वाला ज़िला -कबीरधाम (41.71 प्रतिशत)
- सबसे कम जनसंख्या वृद्धि दर वाला ज़िला -बीज़ापुर (8.78 प्रतिशत)
- जन्मदर -24.90 प्रतिशत
- ग्रामीण जन्मदर -26.30 प्रतिशत
- शहरी जन्मदर -18.30 प्रतिशत
- मृत्युदर -7.90 प्रतिशत
- ग्रामीण मृत्युदर -8.30 प्रतिशत
- शहरी मृत्युदर -6.10 प्रतिशत
- जनसंख्या घनत्व -189 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी.
- सर्वाधिक जनसंख्या घनत्व वाला ज़िला -जांजगीर-चांपा (420 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी.)
- सबसे कम जनसंख्या घनत्व वाला ज़िला -बीज़ापुर एवं नारायणपुर
- राज्य की कुल साक्षर जनसंख्या -15379922
- सर्वाधिक साक्षर जनसंख्या वाला ज़िला -रायपुर
- सबसे कम साक्षर जनसंख्या वाला ज़िला -नारायणपुर
- सर्वाधिक साक्षरता प्रतिशत वाला ज़िला -दुर्ग (79.06 प्रतिशत)
- सबसे कम साक्षरता प्रतिशत वाला ज़िला -बीज़ापुर (40.86 प्रतिशत)
- सर्वाधिक स्त्री साक्षरता वाला ज़िला -रायपुर
- सबसे कम स्त्री साक्षरता वाला ज़िला -नारायणपुर
- सर्वाधिक स्त्री साक्षरता प्रतिशत वाला ज़िला -दुर्ग (70.23 प्रतिशत)
- सबसे कम स्त्री साक्षरता प्रतिशत वाला ज़िला -बीज़ापुर (31.11 प्रतिशत)
- सर्वाधिक पुरुष साक्षरता वाला ज़िला -रायपुर
- सबसे कम पुरुष साक्षरता वाला ज़िला -नारायणपुर
- सर्वाधिक पुरुष साक्षरता प्रतिशत वाला ज़िला -दुर्ग (87.82 प्रतिशत)
- सबसे कम पुरुष साक्षरता प्रतिशत वाला ज़िला -बीज़ापुर (50.46 प्रतिशत)
वन, वन्यजीव एवं अभयारण्य
वन (Forest)
- प्रदेश में वन क्षेत्रफल -59772 वर्ग किमी. (छत्तीसगढ़ वन मंत्रालय के अनुसार)
- 55547 वर्ग किमी. (ISFR–2017 के अनुसार)
- प्रदेश के कुल भौगोलिक क्षेत्रफल में वन &44.21%
- देश में वन आवरण की दृष्टि से राज्य का स्थान -तीसरा (प्रथम- मध्य प्रदेश, दूसरा- अरुणाचल प्रदेश)
- राज्य में आरक्षित वन -25782.17 वर्ग किमी. (43.13%)
- राज्य में संरक्षित वन -24036.1 वर्ग किमी. (40.22%)
- राज्य में अवर्गीकृत वन -9954.13 वर्ग किमी. (16.65%)
- राज्य में साल वन -24244.88 वर्ग किमी. (40.56%)
- राज्य में सौगान वन -5533.13 वर्ग किमी. (9.42%)
- राज्य में मिश्रित वन -26018.38 वर्ग किमी. (43.52%)
- राज्य में कार्य आयोग्य वन -3876.01 वर्ग किमी. (6.5%)
- क्षेत्रफल के अनुसार सर्वाधिक वनों वाला ज़िला -नारायणपुर
- क्षेत्रफल के अनुसार सबसे कम वनों वाला ज़िला -दुर्ग
- प्रतिशत के आधार पर सर्वाधिक वनों वाला ज़िला -बस्तर/नारायणपुर
- प्रतिशत के आधार पर सबसे कम वनों वाला ज़िला -दुर्ग
- सर्वाधिक आरक्षित वन क्षेत्र वाला ज़िला -दंतेवाड़ा
- सबसे कम आरक्षित वन क्षेत्र वाला ज़िला -कोरबा
- सर्वाधिक संरक्षित वन क्षेत्र वाला ज़िला -सरगुजा
- सर्वाधिक सबसे कम वन क्षेत्र वाला ज़िला -जांजगीर, चांपा
- छत्तीसगढ़ राज्य वन विकास निगम की स्थापना -मई 2001 (रायपुर)
- राज्य में वनपाल प्रशिक्षण संस्थान -जगदलपुर
- राज्य में वनरक्षक प्रशिक्षण संस्थान -03 (महासमुंद, सक्ती, जगदलपुर)
- राज्य में वन विद्यालय -03 (अंबिकापुर, कवर्धा, भानुप्रतापपुर)
वन्यजीव एवं अभयारण्य (Wildlife and Sanctuary)
- राज्य में राष्ट्रीय उद्यानों की संख्या -03
- राज्य का प्रथम राष्ट्रीय उद्यान -इंडावती राष्ट्रीय उद्यान
- राज्य का सबसे बड़ा राष्ट्रीय उद्यान -गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान (1441 वर्ग किमी.)
- राज्य का सबसे छोटा राष्ट्रीय उद्यान -कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान (200 वर्ग किमी.)
- राज्य का एकमात्र प्रोजेक्ट टाईगर घोािषत राष्ट्रीय उद्यान -इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान
- राज्य में वन्यजीव अभयारण्यों संख्या -11
- राज्य का सबसे बड़ा वन्यजीव अभयारण्य -तमोरपिंगला (608 वर्ग किमी.)
- राज्य का सबसे छोटा वन्यजीव अभयारण्य -बादलखोल (105 वर्ग किमी.)
- राज्य का सबसे प्राचीन वन्यजीव अभयारण्य -सीतानदी (1974)
- राज्य का सबसे नवीन वन्यजीव अभयारण्य -भोरमदेव (2001)
- राज्य में सर्वाधिक बाघ वाला अभयारण्य -अचानकमार (मुंगेली)
- राज्य में सर्वाधिक तेंदुआ वाला अभयारण्य -सीतानदी (धमतरी)
- राज्य में टाइगर रिज़र्व की संख्या -03 (इंद्रावती टाइगर रिज़र्व, सीतानदी-उदंती टाइगर रिज़र्व, अचानकमार टाइगर रिज़र्व)
- राज्य का चौथा टाइगर रिज़र्व -गुरु घासीदास-तमोर पिंगला (प्रस्तावित)
- राज्य का एकमात्र बायोस्फियर रिज़र्व -अचानकमार-अमरकंटक बायोस्फियर रिज़र्व (2005)
खनिज
- राज्य में अनुमानित खनिजों की संख्या -28
- राज्य खनिज विकास निगम की स्थापना -7 जून, 2001
- खनिज उत्पादन की दृष्टि से राज्य का स्थान -पाँचवा
- खनिज भंडारण की दृष्टि से राज्य का स्थान -तीसरा (पहला- ओडिशा, दूसरा- झारखंड)
- राज्य के राजस्व आय में खनिज का योगदान &27%
- देश के मुख्य खनिज राजस्व उत्पादन में राज्य का योगदान &9.3%
- राज्य में सर्वाधिक रॉयल्टी दर वाला खनिज -लौह अयस्क
- राज्य में लौह अयस्क का उत्पादन करने वाली इकाई -एन.एम.डी.सी.
- राज्य में कोयला उत्पादन करने वाली इकाई -एस.ई.सी.एल.
- राज्य में प्रमुख कोयला क्षेत्र -हसदेव रामपुरा क्षेत्र, मांड घाटी कोयला क्षेत्र
- भारत की सबसे बड़ी मशीनीकृत खान -बैलाडीला
- राज्य में एल्युमिनियम के उत्पादन के लिये -बाल्को (BALCO स्थापित सार्वजनिक क्षेत्र की प्रथम कंपनी
उद्योग
- छत्तीसगढ़ राज्य औद्योगिक विकास निगम लिमिटेड (CSIDC) की स्थापना -7 अप्रैल, 2001
- राज्य का प्रथम औद्योगिक केंद -उरला (रायपुर) 1990
- राज्य का सबसे बड़ा औद्योगिक केंद्र -सिलतरा (रायपुर)
- राज्य में सर्वाधिक रोज़गार देने वाला औद्योगिक क्षेत्र -उरला (रायपुर)
- राज्य का सर्वाधिक निवेश वाला औद्योगिक केंद्र -उरला (रायपुर)
- औद्योगिक रूप से सर्वाधिक विकसित ज़िला -दुर्ग
- राज्य का पहला विशेष आर्थिक प्रक्षेत्र -रायपुर
- राज्य का नवीनतम विशेष आर्थिक प्रक्षेत्र -राजनांदगाँव
- राज्य का प्रथम केंद्रीय ताप संयंत्र -एनटीपीसी
- राज्य का एकमात्र कत्था संयंत्र -सरगुजा वुड प्रोडक्ट
- राज्य का सबसे बड़ा इस्पात संयंत्र -भिलाई इस्पात संयंत्र (बीएसपी)
- राज्य की सबसे बड़ी एल्युमीनियम कंपनी -बाल्को (कोरबा)
- राज्य का प्रथम उद्योग -कपास उद्योग (बंगाल नागपुर कॉटन मिल)
- राज्य का एकमात्र जूट उद्योग मिल -मोहन जूट मिल
- राज्य का प्रथम सीमेंट संयंत्र -एसोसिएट सीमेंट कंपनी
- राज्य में सीमेंट के सर्वाधिक कारखाने/सीमेंट हब -बलौदाबाज़ार
- राज्य का प्रथम शक्कर कारखाना -भोरमदेव शक्कर कारखाना राम्हेपुर (कवर्धा) (मार्च 2003)
- औद्योगिक पार्क
- एल्यूमीनियम पार्क -दोंदरो (कोरबा)
- एपेरल पार्क -भनपुरी (रायपुर)
- एग्रो पार्क -बस्तर
- बायोटेक पार्क -अंबिकापुर (सरगुजा)
- डियर पार्क -कोटमसर नागलटर (बस्तर)
- फूड पार्क -बोरई (दुर्ग), टेडेसरा (राजनांदगांव)
- नवीन फूड पार्क (200) -146 विकासखंडों में
- हर्बल पार्क -बगौद (धमतरी)
- इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग पार्क -नया रायपुर
- इंजीनियरिंग पार्क -हथखोज, भिलाई (दुर्ग)
- आई.टी. पार्क -नया रायपुर
- जेम्स एंड ज्वेलरी पार्क -नया रायपुर (स्थापनाधीन)
- किसान शॉपिंग मॉल -राजनांदगांव, महासमुंद
- लॉजिस्टिक पार्क -रायपुर
- जैव प्रौद्योगिकी पार्क -मुनगी (रायपुर)
- मेटल पार्क -रावांभाटा (रायपुर)
- प्लास्टिक पार्क -तिल्दा (रायपुर), खैरझीटी (राजनांदगांव)
- साइंस पार्क -तुता (रायपुर), सुकमा
- स्नेक पार्क -तपकरा (जशपुर)
- सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क -भिलाई (दुर्ग)
- ट्रैफिक पार्क -लगरा (बिलासपुर)
- अपेरल ट्रेनिंग एंड डिजाइन सेंटर -बिलासपुर, रायपुर, भिलाई, राजनांदगांव, सुकमा
छत्तीसगढ़ शासन के विभिन्न भवनों के नाम
- महानदी भवन -मंत्रालय एवं सचिवालय भवन
- इंद्रावती भवन -निदेशालय भवन
- मिनीमाता भवन -विधानसभा भवन
- करुणा -मुख्यमंत्री निवास
- संगवारी -विधायकों का विश्रामगृह
- पहुना -राज्यशासन का विश्रामगृह
- संजीवनी -राज्य चिकित्सालय
- संवेदना -विधानसभा अध्यक्ष निवास
- सोनाखान -राज्य खनिज भवन
- मितानीन -ज़िला पंचायत भवन
- रामगीरी -पी.एच.ई. मुख्य अभियंता कार्यालय
- रेणुका -निगम प्रवेश द्वार
- अरण्य भवन -वन विभाग
- सिहावा -जल संसाधन प्रमुख अभियंता
अन्य महत्वपूर्ण जानकारी
- प्रदेश की कुल भूमि में कृषि कार्य का भाग -51 प्रतिशत
- प्रदेश में औसत कृषि जोत आकार -1.36 हेक्टेयर
- एशिया की सबसे बड़ी इमली मंडी -जगदलपुर (बस्तर)
- चावल अनुसंधान केंद्र -लाभांडी (रायपुर)
- टमाटर अनुसंधान केंद्र -मैनपाट (सरगुजा)
- सर्वाधिक कृषि योग्य भूमि वाला ज़िला -राजनांदगांव
- सबसे कम कृषि योग्य भूमि वाला ज़िला -नारायणपुर
- प्रदेश का प्राचीनतम पशु बाज़ार -रतनपुर (बिलासपुर)
- प्रदेश का सबसे बड़ा पशु बाज़ार -भैसाथान (रायपुर)
- देश में मत्स्य उत्पादन में राज्य का स्थान -5वाँ
- प्रदेश की प्रथम बहुउद्देश्यीय परियोजना -हसदेव बांगो/मिनीमाता परियोजना
- प्रदेश की सबसे बड़ी सिंचाई परियोजना -महानदी परियोजना
- प्रदेश का सबसे लंबा बांध -गंगरेल/रविशंकर बांध
- प्रदेश का पहला बांध -रूद्री पिक-अप वियर
- सर्वाधिक सिंचित ज़िला -जांजगीर-चांपा
- न्यूनतम सिंचित ज़िला -नारायणपुर
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