"जीवन बचाओ मुहिम"

हत्यारा और मांसाहार नहीं बल्कि जीवों की रक्षा करने वाला बनो।


मंगलवार, दिसंबर 28, 2021

बस्तर फाइटर के 1000 अभ्यर्थियों को एसपी श्री गिरिजा शंकर जायसवाल और कलेक्टर श्री धर्मेश साहू ने बांटी किताबें, एसपी ने भविष्य में निरंतर आगे बढ़ने के लिए दी अपनी शुभकामनाएं

बस्तर फाइटर के 1000 अभ्यर्थियों को एसपी श्री गिरिजा शंकर जायसवाल और कलेक्टर श्री धर्मेश साहू ने बांटी किताबें, 
एसपी ने भविष्य में निरंतर आगे बढ़ने के लिए दी अपनी शुभकामनाएं 

आज दिनाँक 28/12/2021 को एसपी श्री गिरिजा शंकर जायसवाल, कलेक्टर श्री धर्मेश साहू, वनमंडलाधिकारी श्री शशिगानंदन क. एवं एएसपी श्री नीरज चंद्राकर के हाथों नारायणपुर पुलिस द्वारा बस्तर फाइटर के लिए संचालित निःशुल्क फिजिकल अभ्यास सह कोचिंग में शामिल अभ्यर्थियों तथा नारायणपुर जिले के बस्तर फाइटर के अन्य अभ्यर्थियों को लगभग 1000 एजुकेशनल किट (बस्तर फाइटर के लिए मानक क़िताब और नारायणपुर पुलिस द्वारा तैयार "हिंदी-गोंडी संक्षिप्त शब्दकोश") प्रदान किया गया।

डीआरजी, ग्रेट हॉल में आयोजित कार्यक्रम में बस्तर फाइटर के अभ्यर्थियों को भविष्य में निरंतरआगे बढ़ने के लिए अपनी  शुभकामनाएं देते हुए एसपी श्री गिरिजा शंकर जायसवाल ने कहा कि आप सभी खासकर जो अबूझमाड़ के अंदरूनी क्षेत्र से हैं अच्छी तैयारी और कड़ी मेहनत के दम पर नौकरी पा सकते हैं ताकि आप अपने क्षेत्र की सर्वांगीण विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकें।

कार्यक्रम के दौरान कलेक्टर श्री धर्मेश साहू ने कहा कि नारायणपुर पुलिस द्वारा संचालित ट्रेनिंग, मार्गदर्शन और एजुकेशनल किट न सिर्फ बस्तर फाइटर भर्ती वरन सेनाओं और राज्य व देश के दर्जनों पुलिस और सशस्त्र बलों में नियुक्त के लिए कारगर साबित होगा। डीएफओ श्री शशिगानंदन क. ने अपना अनुभव शेयर करते हुए सफलता प्राप्ति तक अपनी तैयारी जारी रखने की सलाह दी।इस दौरान डीएसपी श्री अनुज कुमार, डीएसपी श्री रितेश श्रीवास्तव, डीएसपी सुश्री उन्नति ठाकुर, डीएसपी सुश्री मोनिका मराबी, आरआई श्री दीपक साव और एसआई श्री गणेश यादव उपस्थित रहे।

उल्लेखनीय है कि पुलिस अधीक्षक श्री गिरिजा शंकर जायसवाल, IPS के मार्गदर्शन में संचालित निःशुल्क अभ्यास-सह-कोचिंग का संचालन किया गया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री नीरज चन्द्राकर और रक्षित निरीक्षक श्री दीपक साव के अनुरोध पर तत्कालीन पुलिस अधीक्षक द्वारा उप निरीक्षक संवर्ग भर्ती और आरक्षक बस्तर फाईटर के लिये निःशूल्क फिजिकल तैयारी और लिखित परीक्षा हेतु कोचिंग संचालन की अनुमति दी गई थी। अनुमति उपरांत दिनांक 01.10.2021 से आवेदन पत्र प्राप्त करने की प्रक्रिया शुरू हुआ जिसमें आरक्षक (बस्तर फाईटर) हेतु वर्गवार निम्नानुसार आवेदन पत्र प्राप्त हुए:
# अनुसूचित जनजाति - कुल 1149 (पुरूष- 645 और महिला- 504)
# अनुसूचित जाति - कुल 73 (पुरूष- 40 और महिला- 33)
# अन्य पिछड़ा वर्ग - कुल .200 (पुरूष- 132 और महिला- 68 )
# अनारक्षित वर्ग - कुल 44 (पुरूष-14 और महिला- 30)
कुल योग - 1466 (पुरूष-831 और महिला- 635) तथा उप निरीक्षक संवर्ग हेतु कुल 131 आवेदन पत्र प्राप्त हुए थे। जिनकी दिनाँक 03.10.2021 से फिजिकल अभ्यास सह कोचिंग संचालित की जा रही थी। उप निरीक्षक संवर्ग हेतु संचालित लिखित परीक्षा की तैयारी जारी रहेगी।

शनिवार, दिसंबर 25, 2021

नारायणपुर पुलिस के सहयोग से शुरू हुई साप्ताहिक बाजार, 05 जिलों के संगम कडियामेटा (कडेमेटा) में अब हर शनिवार लगेंगे बाजार

नारायणपुर पुलिस के सहयोग से शुरू हुई साप्ताहिक बाजार, 05 जिलों के संगम कडियामेटा (कडेमेटा) में अब हर शनिवार लगेंगे बाजार

आईपीएस श्री गिरिजा शंकर जायसवाल के मार्गदर्शन में जवानों ने श्रमदान करके किया साप्ताहिक बाजार स्थल की साफ सफ़ाई और बनाया बाजार लगने लायक

नारायणपुर के सुदुर अंचल में जिला के अंतिम पुलिस कैम्प कडियामेटा (कड़ेमेटा) में आज दिनांक 25.12.2021 को पुलिस अधीक्षक श्री गिरिजा शंकर के निर्देशानुसार पुलिस द्वारा साप्ताहिक बाजार का शुभारंभ हुआ है। उल्लेखनीय है कि यह स्थान दंतेवाडा, बीजापुर, कोण्डागांव, जगदलपुर और नारायणपुर जिला की संगम (केन्द्रबिंदु) पर स्थित है। स्थानीय लोगों की मांगो पर अमल करते हुए पुलिस अधीक्षक श्री गिरिजा शंकर जायसवाल के पहल पर कडियामेटा (कडेमेटा) में प्रत्येक शनिवार साप्ताहिक बाजार लगेगें। इस बाजार से बेचा, ईरपानार, आदेर, किलम, टेटम सहित अबुझमाड़ (नारायणपुर) और दंतेवाडा, बीजापुर, कोण्डागांव व जगदलपुर जिला के दो दर्जनों से अधिक गांव के हजारों लोग लाभान्वित होंगे, जिन्हें इसके पहले लगभग 30 किलोमीटर तक दूर बाजार करने जाने को मजबूर थे।

नक्सलियों की दशहत और विरोध की वजह से नहीं खुल पा रही थी बाजार:-
उल्लेखनीय है कि यह क्षेत्र अबुझमाड़ के सुदूर अंचल के घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र में स्थित है जो जिला मुख्यालय से लगभग 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। जहां पूर्व में भी ग्रामीणों ने बाजार लगाने की कार्ययोजना बनायी थी, नक्सलियों द्वारा विरोध करने के कारण ग्रामीण बाजार लगाने में असफल हो गये थे। पिछले साल वर्ष - 2020 में ही यहां पुलिस की कैम्प खुली है जिससे यहां के लोगों में पुलिस के प्रति विश्वास की भावना का विकास हुआ है जिसके परिणाम स्वरूप ग्रामीणों ने अभी हाल ही में साप्ताहिक बाजार लगाने के लिये पुलिस-प्रशासन को संयुक्त हस्ताक्षरयुक्त आवेदन पत्र प्रस्तुत किया था।

पुलिस खूद बनायेगी विक्रेताओं के लिये बैठक व्यवस्था:-
पुलिस अधीक्षक श्री गिरिजा शंकर जायसवाल के निर्देशानुसार जवानों द्वारा स्थानीय विक्रेताओं को बताया गया है कि शीघ्र ही साप्ताहिक बाजार स्थल को ठीक कराया जायेगा तथा विक्रेताओं के लिये व्यवस्थित तरीके से प्रोडक्ट बेचने के लिये बैठक व्यवस्था बनाकर उन्हे सुपूर्द किया जाएगा। साथ ही बााजार करने आने वालों के लिये पुलिस द्वारा पीने के लिये पानी की भी व्यवस्था की जायेगी। यहाँ यह भी उल्लेखनीय है कि पुलिस जवानों द्वारा ही श्रमदान के माध्यम से साफ सफाई कर बाजार स्थल को तैयार किया गया है।

लोगों के लिये रोजगार के अवसर बढ़ेंगे:-
कडियामेटा (कड़ेमेटा) में साप्ताहिक बाजार खुलने से न सिर्फ वहां के लोगों को लम्बी दूरी जाने की मजबूरी से राहत मिलेंगी, उन्हें अपने पास के बाजार में ही उनके जरूरत की सामग्री मिलेंगी वरन् उन्हें रोजगार के भी अवसर मिलेंगे।

नारायणपुर पुलिस की उपलब्धि: नक्सलियों के मंसुबे पर फेरा पानी, अलग-अलग 02 स्थानों पर आईईडी बरामद कर किया डिफ्यूज

नारायणपुर पुलिस की उपलब्धि: नक्सलियों के मंसुबे पर फेरा पानी, अलग-अलग 02 स्थानों पर आईईडी बरामद कर किया डिफ्यूज

पुलिस अधीक्षक श्री गिरिजा शंकर जायसवाल के निर्देशानुसार चल रहे रोड़ डिमायनिंग के दौरान आज दिनांक 25.12.2021 को नारायणपुर पुलिस की बीडीएस टीम ने थाना धनोरा क्षेत्रांतर्गत अलग-अलग 02 स्थानों पर आईईडी रिकवर सक्रियता दिखाते हुए उसे तत्काल डिफ्यूज किया है, बीडीएस टीम ने नक्सलियों द्वारा प्लांटेड रीमोट आईईडी टिफिन बम को डिफ्यूज कर फोर्स को बड़ी क्षति से बचा लिया है जिसके फलस्वरूप श्री जायसवाल ने बीडीएस टीम को उनके उपलब्धि पर उन्हें बधाई देते हुए नगद ईनाम की घोषणा की है साथ ही रोड़ डिमायनिंग की कार्यवाही में तेजी लाने के निर्देश भी दिये हैं ताकि आईईडी रिकवर कर फोर्स को बड़े खतरे से बचाया जा सके।

नक्सली विकास कार्यों की प्रगति को प्रभावित करने की नियत से लगा रहे आईईडी:-
जिला नारायणपुर के सर्वांगीण विकास की लक्ष्य को पूरा करने के लिये पुलिस, सशस्त्र बल और केन्द्रीय बलों को जवान 24x365 सुरक्षा में तैनात होकर डटे हुए हैं। चूंकि नक्सली नहीं चाहते कि अबुझमाड सहित पूरे बस्तर का विकास हो। क्योंकि क्षेत्र की उन्नति के साथ ही उनका जनाधार भी कम हो रहा है जिसके कारण नक्सली बौखलाहट में आईईडी प्लांट करते हैं और फोर्स को क्षति पहुंचाने की नियत से हिट-एण्ड-रन के माध्यम से फोर्स को हानि पुहंचाते हैं। इसी के तहत् नक्सली विकास कार्यों की प्रगति को प्रभावित करने तथा फोर्स को हानि पहुँचाने की नियत आईईडी प्लांट कर रहे हैं।

डीआरजी की कडी सुरक्षा के बीच बीडीएस टीम का डिमायनिंग अभियान जोरो पर:-
पुलिस अधीक्षक श्री जायसवाल के निर्देशानुसार विगत कुछ महिनों से जिला के नक्लल प्रभावित क्षेत्रों में निरंतर सर्चिंग अभियान चले रहे हैं। नक्सल गस्त और सर्चिंग के दौरान उनके साथ बीडीएस टीम भी साथ होती है। इसी के तहत् कार्यवाही के दौरान बीडीएस टीम को यह सफलता मिली है।

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गुरुवार, दिसंबर 23, 2021

आज़ादी पूर्व से आज तक अबुझमाड़ के जो लोग पैदल चलने को मजबूर थे अब सड़क बनने से मोटर सायकल और कार की करेंगे सवारी

आज़ादी पूर्व से आज तक अबुझमाड़ के जो लोग पैदल चलने को मजबूर थे अब सड़क बनने से मोटर सायकल और कार की करेंगे सवारी

नारायणपुर के अंदरूनी क्षेत्रों में पुलिस अधीक्षक और कलेक्टर का दौरा लगातार, अबुझमाड़ के पहुंच विहीन क्षेत्रों को जोड़ने की कवायद तेज, अबुझमाड़ में बिछ रही सड़कों का जाल

आज दिनांक 23.12.2021 को पुलिस अधीक्षक श्री गिरिजा शंकर जायसवाल और कलेक्टर श्री धर्मेश कुमार साहू कोडोली से झारावाही होते हुए आकाबेडा की ओर जाने वाली सड़क निर्माण कार्य का संयुक्त रूप से निरीक्षण करने पहुंचे। जहां उन्होने थाना कुरूषनार क्षेत्रांतर्गत ग्राम हातलानार, जिवलापदर और झारावाही के लोगों से मिलकर चर्चा की, उनके समस्याओं को जाना और उन्हें यथाशीघ्र दूर करने कार्ययोजना पर मुहर लगाई। एसपी कलेक्टर के प्रवास के दौरान ग्रामीणों कोे नास्ता और बच्चों को नास्ता के साथ चाॅकलेट और मिठाईयां भी बांटे गये। स्थानीय लोग ये देखकर अचंभित और भावविभोर हो गये जब एसपी और कलेक्टर ने स्वंय मिठाईयां और चाॅकलेट बांटना शुरू कर दिया।

एसपी ने ग्रामीणों से कहा आप सबको पुलिस से सुरक्षा पाने का अधिकार है:-
पुलिस अधीक्षक श्री गिरिजा शंकर जायसवाल ने इस दौरान ग्रामीणों से कहा कि पुलिस और सशस्त्र बल के जवान, थाना और कैम्प आप सबकी सुरक्षा के लिये तैनात किये गये हैं ये आपके रक्षक और आपके उन्नति के लिये सहायक साथी हैं। जैसे कि आप सबको पता है हमारा यह क्षेत्र नक्सल प्रभावित है, ये नक्सली आपके उन्नति और विकास में बाधक हैं ये चाहते हैं कि सरकार आपके लिये राशन दूकान, बिजली, पानी, आंगनबाडी, स्कूल, काॅलेज, अस्पताल, सड़क और मोबाईल टाॅवर जैसे मुलभूत सुविधाएं उपलब्ध न करा सके ताकि वे भोले भाले अबुझमाड़िया लोगों को गुमराह कर सकें। याद रखियेगा, ये सारे मुलभूत आवश्यकताएं आपकी संवैधानिक अधिकार है, जो लोग आपके सुविधाओं के खिलाफ हिंसा कर रहे हैं वे आपके दुश्मन हैं। पुलिस न सिर्फ आपकी सुरक्षा करती है बल्कि आपके उन्नति में भी सहायक हैं, इसीलिये इन्हें आपके लिये तैनात किये गये हैं। आप सबको इस बात की भी जानकारी होनी चाहिये कि आपको पुलिस और सशस्त्र बल के अधिकारियों और जवानों से सुरक्षा पाने का अधिकार है। मै आप सबको विश्वास दिलाता हूं कि आपके हर जरूरत में पुलिस आपके साथ खडी होगी।

अबुझमाड़ के पहुंच विहीन क्षेत्रों को जोड़ने की कवायद शुरू, बिछ रही सड़कों का जाल:
विगत कुछ महिनों से अबुझमाड़ को जोड़ने युद्धस्तर पर सड़क निर्माण का कार्य प्रगति पर है इसके लिये जिले के एसपी और कलेक्टर सड़क और पुल-पुलिया निर्माण कार्य में गुणवत्ता सुनिश्चित करने तथा सड़क निर्माण से आम लोगों को किसी भी प्रकार से समस्याओं का सामना न करना पड़े इसकी निगरानी करने स्वयं पहुंच रहे हैं। एसपी श्री गिरिजा शंकर जायसवाल और कलेक्टर श्री धर्मेश साहू अबुझमाड़ के अंदरूनी क्षेत्रों की प्रवास के दौरान लोगों विश्वास में लेने के लिये निरंतर प्रयासरत् हैं ताकि विकास और उन्नति के लिये अबुझमाड़ के लोगों को गति प्रदान कर उनकी समावेशी विकास सुनिश्चित की जा सके।

कोडोली से झारावाही होते हुए आकाबेडा की ओर जाने वाली निर्माणाधीन सड़क के लिये पर्याप्त सुरक्षा प्रदान किया जा रहा है ताकि निर्माण एजेंसी और सड़क निर्माण में लगे लोग निर्भिक होकर तीव्र गति से इसे पूरा कर सकें। इस रोड़ के बनने के बाद शीघ्र ही आकाबेडा और कस्तुरमेटा की ओर जाने के लिये बाईपास रोड़ का भी निर्माण होगा।

अबुझमाड़ के गांवों में भी खुलेगीं, आंगनबाडी, स्कूल और अस्पताल:-
जिला कलेक्टर श्री धर्मेश साहू ने लोगों से कहा कि सड़क निर्माण का कार्य पूरा होने के साथ ही आप सहित अबुझमाड़ के हर गांव में आवश्यक सुविधाएं जैसे राशन दूकान, पानी, आंगनबाडी, स्कूल, अस्पताल, विद्युत आपूर्ति और मोबाईल टाॅवर इत्यादि जन सुविधाएं सुनिश्चित की जाएगी। आपको बता दें कि आप सभी इन सुविधाओं के हकदार भी हैं। आपके गांव और आसपास के क्षेत्रों में ऐसे मुलभूत सुविधाएं उपलब्ध होने से आप और आपकी आने वाली पीढ़ी मौजूदा डिजिटल लाईफ जी सकेंगे। देश-दूनिया के साथ जुडकर उनके समानांतर सुविधाएं और आजादी को प्राप्त कर सकेंगे। सरकार चाहती है कि बडे़ शहरों की भांति आपके गांव में भी सारी सुविधायें उपलब्ध हो और आप सभी प्रकार के सुविधाओं के साथ जीवन का आनंद ले सकें।

कांवड से अस्पताल जाने को मजबूरी अब खत्म हो जाएगी:-
स्थानीय लोगों ने एसपी और कलेक्टर का आभार प्रकट करते हुए कहा कि साहेब हमारे अधिकतर लोग सड़क संसाधन के अभाव में कांवड से अस्पताल की सफर करते-करते ही अपनी दम तोड़ जाते थे अब हमें भी जीने के लिये उपचार की अच्छी अवसर मिल सकेगी। कलेक्टर श्री साहू ने लोगों को बताया कि अब आप मोबाईल/फोन से 108 में फोन लगाकर एम्बुलेंस अपने घर बुला सकते हैं वह बिमार लोगों को आपके घर से अस्पताल तक बिना किराया के ले जायेगा। श्री साहू ने यह भी कहा कि गर्भवती महिलाओं की जचकी अस्पताल में ही करायें अस्पताल में जचकी कराने से आपको रूपये भी मिलते हैं और सुरक्षित प्रसव भी होता है। लोगों ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि साहेब सड़क बन जायेगी तो हममें से कुछ लोग मोटर सायकल भी खरीद लेंगे। कार और मोटर के माध्यम से आसानी से पहुंच सकेंगे अस्पताल।

सड़क बनने से लोगों के लिये रोजगार के अवसर बढ़ेंगे:-
सड़क-मार्ग के अभाव में अबुझमाड़ क्षेत्र की जिला मुख्यालय और शहरों से कनेक्टिविटी नहीं थी जिसके कारण अधिकतर वनोपज जैसे फल, बास्ता, पुटू, बोड़ा, आम, केला, सीताफल और सब्जी इत्यादि बेकार हो जाते थे अब सड़क बन जाने से उसे लोग शहरों में लाकर बेच सकेंगे इसके साथ ही लोग काम के शहर आ-जा सकेंगे।

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बुधवार, दिसंबर 22, 2021

नारायणपुर पुलिस की पहल: जिला के सभी सिनियर विद्यालयों और महाविद्यालयों में ‘‘यातायात जागरूकता कार्यक्रम’’ का होगा आयोजन, आज शासकीय उच्चतर माध्यमिक स्कूल, बेलगांव (नारायणपुर) में ‘‘यातायात जागरूकता कार्यक्रम’’ का हुआ आयोजन

नारायणपुर पुलिस की पहल: जिला के सभी सिनियर विद्यालयों और महाविद्यालयों में ‘‘यातायात जागरूकता कार्यक्रम’’ का होगा आयोजन, आज शासकीय उच्चतर माध्यमिक स्कूल, बेलगांव (नारायणपुर) में ‘‘यातायात जागरूकता कार्यक्रम’’ का हुआ आयोजन

आज दिनांक 24.12.2021 को पुलिस अधीक्षक श्री गिरिजा शंकर जायसवाल के निर्देशानुसार अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री नीरज चन्द्राकर के विशेष मार्गदर्शन में शासकीय उच्चतर माध्यमिक स्कूल, बेलगांव में ‘‘यातायात जागरूकता कार्यक्रम’’ का आयोजन हुआ। आरआई श्री दीपक साव, यातायात प्रभारी, नारायणपुर के नेतृत्व में संचालित इस कार्यक्रम में यातायात जागरूकता पर केन्द्रित विषयों पर स्कूल के छात्र/छात्राओं को अवेयर किया गया, इसके तहत् ट्रैफिक साईन और यातायात नियमों की जानकारी दी गई। श्री साव द्वारा छात्र-छात्राओं को रोचक तरीके से यातायात जागरूकता संबंधी जानकारी दी। फलस्वरूप छात्र-छात्राओं ने भी कार्यक्रम में बढ चढ़कर हिस्सा लिया तथा अनोखे-अनोखे अंदाज में पूछल्ले प्रश्न पूछे साथ ही यातायात नियमों की पालन के संबंध में अपना अभिमत भी शेयर किया।

शासकीय उच्चतर माध्यमिक स्कूल, बेलगावं में आयोजित ‘‘यातायात जागरूकता कार्यक्रम’’ के दौरान शासकीय उच्चतर माध्यमिक स्कूल, बेलगांव के प्राचार्य श्री महेन्द्र कुमार कश्यप, स्कूल के शिक्षकगण, यातायात पुलिस के अधिकारियों सहित लगभग 410 छात्र/छात्राओं ने हिस्सा लिया। श्री साव ने बताया कि विगत कुछ महिनों से नारायणपुर जिला मुख्यालय के चौक-चौराहे, सिनियर स्कूल और काॅलेजों में निरंतर यातायात जागरूकता कार्यक्रम संचालित किये जा रहे हैं अब श्रीमान् पुलिस अधीक्षक महोदय के निर्देशानुसार जिला के सभी सिनियर विद्यालयों और महाविद्यालयों में ‘‘यातायात जागरूकता कार्यक्रम’’ का आयोजन किया जाएगा।

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मंगलवार, दिसंबर 21, 2021

एसपी श्री गिरिजा शंकर जायसवाल (आईपीएस) ने सड़क निर्माण कार्य का किया आकस्मिक निरीक्षण


आज दिनांक 21.12.2021 को पुलिस अधीक्षक श्री गिरिजा शंकर जायसवाल, आईपीएस ने थाना कुरूषनार क्षेत्रांतर्गत ग्राम हातलानार, जिवलापदर और झारावाही में चल रहे सड़क निर्माण कार्य का जायजा लिया। उल्लेखनीय है कि यह सड़क जिला मुख्यालय नारायणपुर से कुरूषनार होते हुए आकाबेड़ा तक बन रही है जो अबुझमाड़ का क्षेत्र है। श्री जायसवाल ने अपने विजिट के दौरान सड़क निर्माण कार्य की बारीकियों के साथ निरीक्षण किया गया, इस दौरान उन्होनें सड़क निर्माण में लगे फर्म को निर्देशित किया कि गुणवत्तापूर्ण सड़क निर्माण का कार्य यथाशीघ्र पूरा करें। सड़क निर्माण के लिये उन्हें पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराया जा रहा, यदि सुरक्षा बढ़ाने की आवश्यकता होगी तो और कड़ी सुरक्षा प्रदान की जाएगी। उन्हें निर्माण एजेंसी के जिम्मेदार अधिकारियों और पुलिस अधिकारियों को भी निर्देशित किया कि सड़क निर्माण के दौरान स्थानीय नागरिकों को किसी भी प्रकार से कोई समस्या का सामना करना न पड़े।

सड़क निर्माण का जायजा लेने के बाद श्री जायसवाल हातलानार, जिवलापदर और झारावाही के ग्रामीणों से मिलने पहुंचे जहां उन्होने उनकी कुशलक्षेम और सड़क निर्माण से संबंधित जानकारी व उनकी राय चाही। स्थानीय लोगों ने बताया कि ये सड़क उनके लिये मात्र यातायात का एक साधन ही नहीं है वरन् उनके लिये वरदान है जीवन रेखा है। उन्होनें बताया कि सड़क नहीं होने के कारण उपचार के अभाव में अधिकतर लोगों को अपनी जान गंवानी पडती थी अब जल्दी ही सड़क जाएगी तो बिमारी के कारण हमारे लोगों को अपना जान गंवाना नहीं पड़ेगा। सड़क के अभाव में हमारे बच्चे और हम सब शिक्षा, रोजगार और आजीविका से भी वंचित थे यह सड़क हमारे लिये अत्यंत सुखद और अच्छा अवसर लाएगा।

श्री जायसवाल ने बताया कि सड़क निर्माण को लेकर स्थानीय लोगों में काफी उत्साह देखा गया है। उन्होंने पुलिस प्रशासन और सरकार का आभार प्रकट किया। उनका मानना है कि सड़क निर्माण होने से अबुझमाड़ के नाम से जाना जाने वाला क्षेत्र भी विश्व समूदाय के साथ सीधे तौर पर मुख्यधारा में जूड जाएगा तथा उन्हें उन्नति के अवसर प्रदान करेंगे। श्री जायसवाल ने बताया कि स्थानीय लोग सड़क निर्माण कार्य में स्वस्फूर्त बढ़चढ़कर अपना योगदान दे रहे हैं क्योंकि सड़क निर्माण से स्थानीय लोगों रोजगार मिल रहा है, उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत हो रही है जो आगे वनोपज विक्रय के माध्यम से आर्थिक आय का जरिया बनेगा। पुलिस अधीक्षक श्री गिरिजा शंकर जायसवाल के प्रवास के दौरान उनके साथ निरीक्षक श्री आकाश मसीह एवं उप निरीक्षक श्री सुनील सिंह उपस्थित रहे।

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सोमवार, दिसंबर 20, 2021

आईजी बस्तर श्री सुन्दरराज पी. जिले के नव पदोन्नत सहायक उप निरीक्षकों और प्रधान आरक्षकों के उत्साहवर्धन के लिये नारायणपुर के प्रवास पर, आईजी ने कल्याणकारी पुलिसिंग की नीव रखते हुए जवानों को ‘‘ए.एस.के. कांसेप्ट’’ पर आधारित कार्य करने की सीख दी

आईजी बस्तर श्री सुन्दरराज पी. जिले के नव पदोन्नत सहायक उप निरीक्षकों और प्रधान आरक्षकों के उत्साहवर्धन के लिये नारायणपुर के प्रवास पर, आईजी ने कल्याणकारी पुलिसिंग की नीव रखते हुए जवानों को ‘‘ए.एस.के. कांसेप्ट’’ पर आधारित कार्य करने की सीख दी

आज दिनांक 20.12.2021 को बस्तर आईजी श्री सुन्दरराज पी. नारायणपुर जिला के नव पदोन्नत 35 सहायक उप निरीक्षकों और 149 प्रधान आरक्षकोें के उत्साहवर्धन के उद्देश्य से नारायणपुर जिले के प्रवास पर रहे। इस दौरान नव पदोन्नत सहायक उप निरीक्षकों और प्रधान आरक्षकों की स्किल डेवलपमेंट के लिये कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में आईजी श्री सुन्दरराज पी. ने नव पदोन्नत जवानों को अपनी शुभकामनाएं दी तथा कल्याणकारी पुलिसिंग की नीव रखते हुए उन्हें ‘‘ए.एस.के. कांसेप्ट’’ पर आधारित कार्य करने की सलाह दी। उन्होने जवानों को ए.एस.के. कांसेप्ट की जानकारी देते हुए कहा कि आम जनता के प्रति आपकी ’एटीट्यूड’ (रवैया/व्यवहार) सभ्य, सालीन और मित्रवत् हो इसके साथ यह भी आवश्यक है कि आपकी ’स्किल’ (कार्यकुशलता/दक्षता) और आपकी ‘नाॅलेज’ (ज्ञान/जानकारी) अच्छी हो तथा आप ज्ञानार्जन के लिये तत्पर रहें, ये तीन तत्व ‘‘एटीट्यूड, स्किल और नाॅलेज’’ कल्याणकारी पुलिसिंग के लिये आवश्यक तत्व हैं।

डीआरजी नारायणपुर के जवानो से मिलकर उनके मांगों को किया पूरा:
जवानों की स्किल डेवलपमेंट के लिये आयोजित कार्यशाला के उपरांत पुलिस महानिरीक्षक, बस्तर श्री सुन्दरराज पी. ने डीआरजी, नारायणपुर के जवानों से मिलकर उनका भी उत्सावर्धन किया। उन्होने हाल ही में पुलिस अधीक्षक श्री गिरिजा शंकर जायसवाल के नेतृत्व मे डीआरजी जवानों द्वारा 10 लाख के ईनामी नक्सली साकेत नुरेटी उर्फ भास्कर नुरेटी को मारने में सफलता के लिये बधाई दी तथा अपेक्षा जताई कि नारायणपुर डीआरजी के जवान निरंतर रिजल्ट ओरियेंटेड ऑपरेशन्स करेगी। श्री सुन्दरराज पी. ने जवानों के मनोबल की अभिवृद्धि के लिये उनसे उनकी कुशलक्षेम और आवश्यकताओं की जानकारी चाही गई, जवानों के अधिकाधिक आवश्यक मांगों को आईजी बस्तर और पुलिस अधीक्षक द्वारा त्वरित निराकरण भी किया गया तथा शेष मांगों को यथाशीघ्र पुरा करने का आश्वासन भी दिया गया। डीआरजी जवानों ने आईजी से मिल अपनी मांगों के त्वरित निराकरण से प्रभावित होकर उन्हें आश्वस्त किया कि वे उनके विश्वास पर ख़रा उतरने का प्रयास करेंगे और आगे लगातार नक्सल उन्मूलन में अपना बहुमूल्य योगदान देंगे।

बस्तर आईजी श्री सुन्दरराज पी. के प्रवास के दौरान उनके साथ डीआईजी कांकेर श्री बालाजी सोमावार भी जिला नारायणपुर के प्रवास पर रहे। नव पदोन्नत जवानों की स्किल डेवलपमेंट के लिये आयोजित कार्यशाला तथा डीआरजी जवानों की मीटिंग के दौरान उनके साथ पुलिस अधीक्षक श्री गिरिजा शंकर जायवाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री नीरज चन्द्राकर, उप पुलिस अधीक्षक श्री अनुज कुमार, उप पुलिस अधीक्षक श्री प्रशांत खाण्डे, उप पुलिस अधीक्षक श्री रितेश श्रीवास्तव, उप पुलिस अधीक्षक श्री अरविंद खलखो, उप पुलिस अधीक्षक सुश्री मोनिका मराबी और रक्षित निरीक्षक श्री दीपक साव सहित नव पदोन्नत पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे।

"अखिल भारतीय ऑनलाइन धार्मिक, आध्यात्मिक और दार्शनिक सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता - 2022" के बारे मे संक्षिप्त जानकारी और सर्टिफिकेट का सत्यापन

"अखिल भारतीय ऑनलाइन धार्मिक, आध्यात्मिक और दार्शनिक सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता - 2022" के बारे मे संक्षिप्त जानकारी और सर्टिफिकेट का सत्यापन

"अखिल भारतीय ऑनलाइन धार्मिक, आध्यात्मिक और दार्शनिक सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता - 2022" मे सम्मिलित प्रतिभागी अपनी रिजल्ट प्राप्त करने के लिए यहाँ क्लिक करें >>>  क्यूआर कोड स्कैन करने पर यह पेज ओपन हुआ है । आप जिस सर्टिफिकेट का सत्यापन करना चाहते हैं उनका नाम यदि इस लिस्ट मे है तो संबंधित सर्टिफिकेट सही है अन्यथा सर्टिफिकेट फर्जी । 

लिस्ट देखने के लिए इस लिंक में क्लिक करें >>>

सर्टिफिकेट डाउनलोड करने के लिए इस लिंक में क्लिक करें >>>

उल्लेखनीय है की इस परीक्षा में हिस्सा लेने के लिए देश भर के 325 अभ्यर्थियों ने अपना ऑनलाइन पंजीयन कराया था, चूँकि परीक्षा दिवस को व्यापम की भी परीक्षा थी 156 अभ्यर्थी ने परीक्षा में हिस्सा लिया जिसमे से 60% अथवा अधिक अंक पाने वाले पात्र 45 अभ्यर्थियों को सर्टिफिकेट प्रदान किये गए हैं।  यह परीक्षा सेंट्रल कॉउंसिल ऑफ ह्युमन राइट्स और ब्लॉग www.thebharat.co.in के संयुक्त तत्वावधान में वरिष्ठ समाज सेवक, लेखक और विचारक श्री हुलेश्वर जोशी के विशेष मार्गदर्शन में 02 जनवरी 2022 (रविवार) को आयोजित किया गया था।  
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नारायणपुर : जिला पुलिस बल के नव पदोन्नत सहायक उप निरीक्षक और प्रधान आरक्षक ने आयोजित किया मिलन समारोह; जवानो ने पहली बार पुरे पुलिस परिवार के साथ मिलकर भव्य तरीके से अपने पदोन्नति के पल को एन्जॉय किया

नारायणपुर : जिला पुलिस बल के नव पदोन्नत सहायक उप निरीक्षक और प्रधान आरक्षक ने आयोजित किया मिलन समारोह; 
जवानो ने पहली बार पुरे पुलिस परिवार के साथ मिलकर भव्य तरीके से अपने पदोन्नति के पल को एन्जॉय किया

दिनांक 19.12.2021 को जिला पुलिस बल, नारायणपुर में हाल ही में पदोन्नति प्राप्त सहायक उप निरीक्षक और प्रधान आरक्षक ने पहली बार "मिलन समारोह" का आयोजन किया। पदोन्नति प्राप्त जवानों द्वारा आयोजित "मिलन समारोह" में जिले के पुलिस अधीक्षक श्री गिरिजा शंकर जायसवाल और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री नीरज चंद्राकर, उप पुलिस अधीक्षक श्री अनुज कुमार, उप पुलिस अधीक्षक श्री अरविन्द खलखो, आरआई श्री दीपक साव सहित पुलिस परिवार के लगभग 900 सदस्यों ने शिरकत की।

उल्लेखनीय है कि जवानो की बड़े पैमाने में पदोन्नति पाने का यह पहला अवसर रहा है इसीलिए पुलिस जवानों का समारोह भी अत्यंत भव्य रहा। राज्य में यह अपने किस्म का पहला बड़ा पार्टी रहा जिसमे किसी कनिष्ठ कर्मचारियों के पदोन्नति की ख़ुशी को जाहिर किया जा सका। पदोन्नति प्राप्त 35 सहायक उप निरीक्षक और 149 प्रधान आरक्षक और उनके परिवार सहित नारायणपुर पुलिस परिवार की महिलायें और बच्चों ने पहली बार डीजे में नृत्य और कोरियोके सांग्स में गाने का आनद उठाया।

पुलिस जवानो द्वारा आयोजित कार्यक्रम "मिलन समारोह" के दौरान बच्चों और महिलाओं की खुशियों को देखकर पुलिस अधीक्षक श्री गिरिजा शंकर जायसवाल भाविभोर हो गए और बच्चों की खुशियों में चार चाँद लगाने उन्हें पुष्प गुच्छ दिए।

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स्वर्गीय श्री अरूण चन्द्राकर की स्मृति में आयोजित राज्य स्तरीय बैडमिंटन प्रतियोगिता का हुआ समापन, ओपन कैटेगरी डबल्स में उगास विश्वास - सत्या मंडावी (दुर्ग, छग) और वेटनर्स कैटेगरी डबल्स में गणेश साहू - अशोक साहू (मलकानगिरी, ओडिशा) ने मारी बाजी


दिनांक 19.12.2021 की देर रात्रि स्वर्गीय श्री अरूण चन्द्राकर की स्मृति में आफिसर्स क्लब, बैडमिंटन कोर्ट, नारायणपुर में आयोजित "राज्य स्तरीय बैडमिंटन प्रतियोगिता" का समापन हुआ। दिनांक 17.12.2021 से चल रहे बैडमिंटन प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ राज्य और अन्य राज्यों के ख्यातिप्राप्त खिलाड़ियों ने ओपन कैटेगरी डबल्स में 44 टीम (88 खिलाड़ी) तथा वेटनर्स कैटेगरी डबल्स में 16 टीम (32 खिलाड़ी) ने प्रतियोगिता में भाग लिया।

प्रतियोगिता के प्रथम और द्वितीय दिवस ओपन कैटेगरी डबल्स में प्री-क्वार्टर के तहत् 44 मैच और क्वार्टर-फाईलन के 04 मैच हुए तथा वेटनर्स कैटेगरी डबल्स में प्री-क्वार्टर के तहत् 08 मैच और क्वार्टर-फाईलन के 04 मैच हुए हैं तथा दिनांक 19.12.2021 (देर रात्रि) ओपन कैटेगरी डबल्स और वेटनर्स कैटेगरी डबल्स में 02-02 सेमी फाईनल और 01-01 फाईनल कुल 06 मैच खेले गये। प्रतियोगिता की फाईनल मैच के अंतर्गत ओपन कैटेगरी डबल्स में उगास विश्वास - सत्या मंडावी (दुर्ग, छग) ने दलेश्वर बंजारे - संदीप करंगा (नारायणपुर, छग) को 21-17 और 21-16 अंकों से सीधे सेटो में हराकर पहले स्थान पर कब्ज़ा किया वहीं वेटनर्स कैटेगरी डबल्स में गणेश साहू - अशोक साहू (मलकानगिरी, ओडिशा) ने नवीन जैन - आशीष जैन (कोंडागांव, छग) को 21-15 और 22-20 अंकों से सीधे सेटो में हराकर पहले स्थान प्राप्त की।

मुख्य अतिथि श्री धर्मेश कुमार साहू (कलेक्टर, नारायणपुर) एवम विशिष्ट अतिथि श्री गिरिजा शंकर जायसवाल (पुलिस अधीक्षक, नारायणपुर) व विशिष्ट अतिथि श्री पोषण लाल चंद्राकर (सीईओ, जिला पंचायत) द्वारा दोनों कैटेगरी के विजेता टीम को ₹8888/- (शब्दों में- आठ हजार आठ से अठासी रुपये मात्र) के चेक और कप तथा उप विजेता टीम को ₹4444/- (शब्दों में- चार हजार चार सौ चवालिस रुपये मात्र) के चेक और कप प्रदान कर सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री धर्मेश साहू (कलेक्टर), विशिष्ट अतिथि श्री गिरिजा शंकर जायसवाल (पुलिस अधीक्षक) एवं विशिष्ट अतिथि श्री पोषण लाल चन्द्राकर (सीईओ, जिपं), श्री नीरज चंद्राकर (अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक) और आरआई श्री दीपक साव सहित नारायणपुर जिले के गणमान्य नागरिक और प्रदेश भर के सैकड़ों बैडमिंटन खिलाड़ी उपस्थित रहे।

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शनिवार, दिसंबर 18, 2021

गुरू घासीदास जयंती विशेषांक: गुरु घासीदास बाबा के सात सिद्धांत और प्रचलित 42 अमृतवाणी (उपदेश)

गुरू घासीदास जयंती विशेषांक: गुरु घासीदास बाबा के सात सिद्धांत और प्रचलित 42 अमृतवाणी (उपदेश)
संकलन: श्री हुलेश्वर जोशी

"धार्मिक होये के (सतनामियत दिखाए के) लाख उदिम कर लेवव फेर कहूँ तुमन गुरु घासीदास बाबा के बताए रसदा म नई चलहू त फेर तुहर सतनामी होय के कोनों फायदा नई हे। अइसनहा चरित्तर ह दिखावा अऊ ढोंग ले बढ़के काहीं नोहे।" - स्वर्गीय श्री मालिकराम जोशी 

गुरु घासीदास के सात सिद्धांत -
1- सतनाम पर अडिग विश्वास रखो।
2 - मूर्ति पूजा मत करो।
3 - जाति-पाती के प्रपंच में मत पडो।
4 - जीव हत्या मत करो।
5 - नशा का सेवन मत करो।
6 - पराई स्त्री को माता-बहन मानो।
7 - चोरी और जुआ से दूर रहव।

गुरु घासीदास बाबा के प्रचलित 42 अमृतवाणी (उपदेश) -
1 - सत ह मनखे के गहना आय। (सत्य ही मानव का आभूषण है।)
2 - जन्म से मनखे मनखे सब एक बरोबर होथे फेर कर्म के आधार म मनखे मनखे गुड अऊ गोबर होथे। (मनखे-मनखे एक बरोबर)
3- सतनाम ल जानव,समझव, परखव तब मानव।
4 - बइला-भईसा ल दोपहर म हल मत चलाव।
5 - सतनाम ल अपन आचरण में उतारव।
6 - अंधविश्वास, रूढ़िवाद, परंपरावाद ल झन मानव।
7 - दाई-ददा अउ गुरू के सनमान करिहव।
8 - सतनाम ह घट घट में समाय हे, सतनाम ले ही सृष्टि के रचना होए हावय।
9 - मेहनत के रोटी ह सुख के आधार आय।
10 - पानी पीहु जान के अउ गुरू बनावव छान के।
11 - मोर ह सब्बो संत के आय अउ तोर ह मोर बर कीरा ये। (चोरी अउ लालच झन करव।)
12- पहुना ल साहेब समान जानिहव।
13 - इही जनम ल सुधारना साँचा ये। (पुनर्जन्म के गोठ झूठ आय।)
14 - गियान के पंथ किरपान के धार ये।
15 - दीन दुःखी के सेवा सबले बड़े धरम आय।
16 - मरे के बाद पीतर मनई मोला बईहाय कस लागथे। पितर पूजा झन करिहौ, जीते-जियात दाई ददा के सेवा अऊ सनमान करव। 
17 - जतेक हव सब मोर संत आव।
18 - तरिया बनावव, कुआँ बनावव, दरिया बनावव फेर मंदिर बनई मोर मन नई आवय। ककरो मंदिर झन बनाहू।  
19 - रिस अउ भरम ल त्यागथे तेकरे बनथे।
20 - दाई ह दाई आय, मुरही गाय के दुध झन निकालहव।
21 - बारा महीना के खर्चा सकेल लुहु तबेच भले भक्ति करहु नई ते ऐखर कोनो जरूरत नई हे।
22 - ये धरती तोर ये येकर सिंगार करव।
23 - झगरा के जर नइ होवय ओखी के खोखी होथे।
24 - नियाव ह सबो बर बरोबर होथे।
25 - मोर संत मन मोला काकरो ल बड़े कइही त मोला सूजगा मे हुदेसे कस लागही।
26 - भीख मांगना मरन समान ये न भीख मांगव न दव, जांगर टोर के कमाए ल सिखव।
27 - सतनाम ह जीवन के आधार आय।
28 - खेती बर पानी 
अऊ संत के बानी ल जतन के राखिहव।
29 - पशुबलि अंधविश्वास ये एला कभू झन करहु।
30 - जान के मरइ ह तो मारब आएच आय फेर कोनो ल सपना म मरई ह घलो मारब आय।
31 - अवैया ल रोकन नहीं अऊ जवैया ल टोकन झन।
32 - चुगली अऊ निंदा ह घर ल बिगाडथे।
33 - धन ल उड़ावव झन, बने काम में लगावव।
34 - जीव ल मार के झन खाहु।
35 - गाय भैंस ल नागर म झन जोतहु।
36 - मन के स्वागत ह असली स्वागत आय।
37 - जइसे खाहु अन्न वैसे बनही मन, जइसे पीहू पानी वइसे बोलहु बानी।
38 - एक धुबा मारिच तुहु तोर बराबर आय।
39 - काकरो बर काँटा झन बोहु।
40 - बैरी संग घलो पिरीत रखहु।
41 - अपन आप ल हीनहा अउ कमजोर झन मानहु, तहु मन काकरो ले कमती नई हावव।
42 - मंदिरवा म का करे जईबो अपन घट के ही देव ल मनईबो।

【श्री हुलेश्वर जोशी, लेखक, दार्शनिक एवम वरिष्ठ समाजसेवक द्वारा जनहित में प्रचारित।】

शुक्रवार, दिसंबर 17, 2021

गुरु घासीदास जयंती विशेषांक : समानता और न्याय पर आधारित दुनिया की सर्वश्रेष्ठ दर्शन प्रस्तुत करने वाले सतनाम धर्म के प्रणेता गुरु घासीदास बाबा की जयंती के अवसर पर उनके प्रचलित संदेश और उसमें निहित उनके दर्शन की संक्षिप्त जानकारी

गुरु घासीदास जयंती विशेषांक : समानता और न्याय पर आधारित दुनिया के सर्वश्रेष्ठ दर्शन प्रस्तुत करने वाले सतनाम धर्म के प्रणेता गुरु घासीदास बाबा की जयंती के अवसर पर उनके प्रचलित संदेश और उसमें निहित उनके दर्शन की संक्षिप्त जानकारी 

सबसे पहले आप सहित पूरी दुनिया के मानव समुदाय को मेरी ओर से गुरू घासीदास बाबा जी के जयंती की हार्दिक शुभकामनाएँ

हम प्रत्येक वर्ष 18 दिसम्बर को गुरू घासीदास बाबा की जयंती मनाते हैं इतना ही नहीं बल्कि पूरे महीना को हम गुरू पर्व के रूप में मनाते हैं कुछ स्थानों में जनवरी, फरवरी और मार्च के महीने में भी गुरू घासीदास बाबा जी की जयंती मनाने की प्रथा का शुरूआत हो चूका है। मगर बड़ी दुर्भाग्य की बात है हम अधिकतर आयोजनों में केवल उत्सवधर्मी ही रह जाते हैं क्योंकि जयंती आयोजन के दौरान हम गुरू घासीदास बाबा के संदेश और उसमें निहित दर्शनों की कोई चर्चा ही नहीं करते। 

अतः आज हम गुरू घासीदास बाबा की जयंती के अवसर पर उनके प्रचलित संदेश और उसमें निहित उनके दर्शन की चर्चा करेंगे, जो इसप्रकार से हैं:-

# मनखे-मनखे एक बरोबर (सभी मनुष्य एक बराबर हैं।):- बाबा जी का यह संदेश मानव-मानव के बीच व्याप्त असमानता को समाप्त करने के उनके लक्ष्य पर आधारित समानता का सिद्धांत है जो पूरी दुनिया भर में समानता पर आधारित समस्त दर्शनों में सर्वश्रेष्ठ प्रासंगिक दर्शन है। मनखे-मनखे एक समान उन सभी कुटिल सिद्धांतों के अस्तित्व का अंतिम निदान भी है जो मानव को मानव से ऊंचनीच होने का कपोल कल्पित झूठा प्रमाण प्रस्तुत करने का षड्यंत्र करती है। ‘‘मनखे-मनखे एक समान’’ का सिद्धांत छुआछूत, जातिवाद, ऊंच-नीच, धार्मिक संघर्ष, के साथ ही झूठे धार्मिक सिद्धांतो के लिए ब्रम्हास्त्र है।

# सत्य ही मानव का आभूषण है:- न्याय और सत्य के साझे समर्थन पर आधारित बाबा जी का यह दर्शन पूरी दुनिया के समस्त दर्शनों में सर्वश्रेष्ठ प्रासंगिक दर्शन है।

# सतनाम को मानो:- सतनाम का तात्पर्य ‘‘सत्य के नाम’’ से है जो पंच तत्वों के योग से बना यौगिक शब्द है।

# पराय स्त्री को माता-बहन मानो:- यदि आप किसी को अपना मित्र मानते हैं तो वह भी आपको मित्र समझता है और यदि आप किसी को शत्रु बना लेते हैं तो वह भी आपसे शत्रुता ही करता है। इसी प्रकार से यदि हम किसी अन्य के माता, बहन-बेटियों और बहुओं को माता-बहन मानेंगे तो वह भी हमारी बहन-बेटियों को अपनी माता-बहन के समान ही मानेंगे। मगर दुर्भाग्य की बात है कि हम लगभग हर स्त्री को भोग की वस्तु की तरह देखने वाले दरिंदे हो चूके हैं इसीलिये आये दिन मीडिया में हम निर्भया बनती बेटियों के लिये मोमबत्ती जलाने के लिये विवश होते जा रहे हैं।

# जुआ मत खेलो:- परिवार के आर्थिक और सामाजिक पतन पर रोक लगाने के ध्येय से बाबा जी का संदेश।

# नशे का सेवन मत करो:- आर्थिक, सामाजिक और नैतिक पतन को रोकने के उद्देश्य से।

# दोपहर में खेत मत जोतो:- पशु क्रुरता नियंत्रण पर आधारित संदेश है। क्योंकि तब एक जोड़ बैल को ही तीन से अधिक जोतहार द्वारा अमानवीय तरीके से हल जोतने के कार्य में लगाया जाता था जिससे बैल की मृत्यु भी हो जाती थी।

# पितृ (पितर) पूजा के बजाय जिन्दा माता-पिता और बड़ों-बुजुर्गों की सेवा करो:-

# लड़की/लड़के में भेद मत करो:- महिलाओं के मानव अधिकारों पर आधारित बाबा जी का यह संदेश ‘‘कन्या भ्रुण हत्या पर रोक’’ लगाने में कारगर शाबित है।

# मूर्ति पूजा मत करो:-

# जीव हत्या मत करो:-

# शाकाहार को अनाओ:-

# जाति-पाति के प्रपंच में मत पड़ो:- फूट डालो और राज करो का सिद्धांत है।

# व्यभिचार मत करो:-

# चोरी मत करो:-

आपसे अनुरोध है कि आप भी समाज की बेहतरी के लिये गुरू घासीदास बाबा के संदेशों को जन-जन तक पहुंचाने में भागीदार बनें।

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गुरु घासीदास बाबा और सतनाम धर्म से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण तथ्य : 
1- गुरु घासीदास बाबा ने जीवन पर्यंत मूर्ति पूजा का विरोध किया और कुछ लोग उनके ही मूर्ति बनाकर पूजने लगे हैं।

2- गुरु घासीदास बाबा ने चमत्कार और अतिसंयोक्तिपूर्ण कपोल कल्पित कहानियों का विरोध किया और लोग उनके बारे में ही चमत्कारिक अफवाहें फैला दी।
# मरणासन्न को मृत बताकर, मृत बछिया को जिंदा करने की अफवाह फैलाई गई।
# भाटा के बारी से मिर्चा लाना : गुरु घासीदास बाबा ने भाटा के बारी से मिर्च नही लाया बल्कि उन्होंने कृषि सुधार के तहत एक समय में, एक ही भूमि में, एक साथ एक से अधिक फसल के उत्पादन करने का तरीका सिखाया। जैसे - राहर के साथ कोदो, धान अथवा मूंगफली का उत्पादन। चना के साथ धनिया, सूरजमुखी, अलसी और सरसों का उत्पादन। सब्जी में मूली के साथ धनिया और भाजी; बैगन के साथ मिर्च, और मीर्च के साथ टमाटर, इत्यादि।
# गरियार बैल को चलाना : सामाजिक रूप से पिछड़े, दबे लोगों को मोटिवेट कर शोषक वर्ग के बराबर लाने का काम किया; अर्थात दलितोद्धार का कार्य किया। इसके तहत उन्होंने ऐसे लोगों (शोषित लोगों) को चलाया, आगे बढ़ाया जो स्वयं शोषक समाज के नीचे और दबे हुए मानकर उनके समानांतर चलने का साहस नहीं करते थे उन्हें सशक्त कर उनके समानांतर लाकर बराबर का काम करने योग्य बनाया।
# शेर और बकरी को एक घाट में पानी पिलाना : गुरु घासीदास बाबा सामाजिक न्याय के प्रणेता थे, उन्होंने शोषित और शोषक दोनों ही वर्ग के योग से सतनाम पंथ की स्थापना करके सबको एक समान सामाजिक स्तर प्रदान किया, एक घाट मतलब एक ही सामाजिक नियम/ भोज में शामिल किया।
# 5मुठा धान को बाहरा डोली में पुरोकर बोना : गुरु घासीदास बाबा ने बाहरा डोली में 5मुठा धान को पुरोकर बोया का मतलब कृषि सुधार हेतु रोपा पद्धति का शुरआत किया, कुछ विद्ववान मानते हैं सतनाम (पंच तत्व के ज्ञान) को पूरे मानव समाज में विस्तारित किया।
# गोपाल मरार का नौकर : गुरु घासीदास बाबा को कुछ विरोधी तत्व गोपाल मरार का नौकर मानते हैं जबकि गोपाल मरार उन्हें गुरु मानते थे। हालांकि शुरुआती दिनों में गुरु घासीदास बाबा कृषि सुधार हेतु वैज्ञानिक पद्धति के विकास करने के लिए गोपाल मरार के बारी में अधिक समय देते थे और बहुफसल उत्पादन को लागू कर मरार समाज को प्रशिक्षण देने का काम करते थे।
# अमरता और अमरलोक का सिद्धांत : गुरु घासीदास बाबा द्वारा किसी भी प्रकार से भौतिक रूप से अमरता और अमर लोक या अधमलोक की बात नहीं कहा, उन्होंने नाम की अमरता और अच्छे बुरे सामाजिक व्यवस्था की बात कही जिसे कुछ लोगों द्वारा समाज को गुमराह किया जा रहा है।

3- गुरु घासीदास बाबा ने जन्म आधारित महानता का विरोध किया, इसके बावजूद समाज मे जन्म आधारित महानता की परंपरा बनाकर समाज में थोपने का प्रयास किया जा रहा है। एक परिवार विशेष में जन्म लेने वाले अबोध शिशु को भी धर्मगुरु घोषित कर दिया जा रहा है।

4- गुरु घासीदास बाबा और गुरु बालकदास के योगदान को भुलाकर काल्पनिक पात्र को आराध्य बनाया जा रहा है। इतना ही नहीं ऐसे लोगों को भी समाज का आराध्य बताया जा रहा है जो वास्तव में आराध्य होने के लायक नहीं है या समाज में उनका कोई योगदान नहीं रहा है।

5- मनखे-मनखे एक समान : ये एक ऐसा क्रांतिकारी सिद्धांत है जो मानव को मानव बनने का अधिकार देता है। मनखे मनखे एक समान का सिद्धांत मानव के सामाजिक, धार्मिक, शैक्षणिक और आध्यात्मिक विकास और समानता के लिए अत्यंत प्रभावी रहा है।

6- मानव अधिकारों की नींव : सतनाम रावटी के माध्यम से गुरु घासीदास बाबा द्वारा लोगों को बताया गया कि सभी मनुष्य समान हैं, कोई उच्च या नीच नहीं है; प्राकृतिक संसाधनों में भी सभी मनुष्य का बराबर अधिकार है।

7- महिलाओं के मानव अधिकार और स्वाभिमान की रक्षा : गुरु बालकदास के नेतृत्व में महिलाओं के मानव अधिकार और स्वाभिमान की रक्षा के लिए अखाड़ा प्रथा की शुरुआत कराया गया। पराय (गैर) स्त्री को माता अथवा बहन मानने की परम्परा की शुरूआत कर स्त्री को विलासिता और भोग की वस्तुएं समझने वाले अमानुष लोगो को सुधरने का रास्ता दिखाया।

8- सामाजिक बुराइयों अंत : गुरु घासीदास बाबा द्वारा समाज मे व्याप्त कुरीतियों और सामाजिक बुराइयों को विरोध करते हुए उसे समाप्त करने का काम किया गया; उन्होंने सामाजिक बुराइयों से मुक्त सतनाम पंथ की स्थापना की थी; परंतु आज जो लोग स्वयं को सतनाम पंथ के मानने वाले प्रचारित करते हैं वे समाज में सैकड़ों सामाजिक बुराइयों को सामाजिक नियम की आत्मा बनाने का प्रयास कर रहे हैं। 

9- प्रत्येक जीव के लिए दया और प्रेम : गुरु घासीदास बाबा ने केवल मानव ही नहीं बल्कि अन्य सभी जीव के अच्छे जीवन की बात कही, इसी परिपेक्ष्य में उन्होंने हिंसा, नरबलि, पशुबलि और मांसाहार का विरोध किया था। इसके बावजूद स्वयं को सामाजिक /धार्मिक नेता समझने वाले कुछ लोग मांसाहार के माध्यम से जीव हत्या को बढ़ावा देने का काम कर रहे हैं।

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महत्वपूर्व संदेश : 
# जम्मों जीव हे  भाई - बहिनी बरोबर । (हुलेश्वर जोशी) 
# शिक्षा ग्रहण पहले, भोजन ग्रहण नहले । (माता श्यामा देवी जोशी) 
# आपके पैरों मे चाहे जूते न हों, मगर हाथों मे किताब जरूर होनी चाहिए । 
# भारतीय संविधान दुनिया की सबसे अच्छी किताब मे से एक है, इसे जरूर पढ़ें । 
# धार्मिक कट्टरपंथी अनुचित है । 
# सुंदरता का पैमाना गोरी चमड़ी नहीं। 
# पत्नी आपकी सेविका या दासी नहीं बल्कि जीवन की सहभागिनी है । 
# धर्मवादी अथवा जातिवादी होना किसी भी स्थिति में धर्म निरपेक्षता से बेहतर नहीं हो सकता । 


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