"जीवन बचाओ मुहिम"

हत्यारा और मांसाहार नहीं बल्कि जीवों की रक्षा करने वाला बनो।


सोमवार, अक्टूबर 26, 2020

"करा समर्पण" - नक्सलियों के आत्मसमर्पण पर बनी हल्बी गीत रिलिज, देखने के लिए क्लिक करें...

"करा समर्पण" - नक्सलियों के आत्मसमर्पण पर बनी हल्बी गीत रिलिज


‘‘करा समर्पण’’ एक हल्बी गीत है, जिसे नारायणपुर पुलिस द्वारा तैयार कराया गया है। इस गीत के गीतकार स्वयं श्री मोहित गर्ग (आईपीएस) पुलिस अधीक्षक, नारायणपुर हैं। इस गीत के माध्यम से स्थानीय युवाओं और बालकों को किस प्रकार से जबरदस्ती नक्सली बना लिया जाता है और उन्हें अमानवीय हिंसा के लिए कितना प्रताड़ित किया जाता है तथा उन्हें अपने बडे नक्सली लीडर का कितना अधिक गुलामी करना पडता है, इसका फिल्मांकन किया गया है। इस गीत के माध्यम से दिखाया गया है कि अत्यधिक क्रुर नक्सली बनने के बाद भी उन्हें प्रेम, शिक्षा, सम्मान, स्वाभिमान और मानव अधिकारों से वंचित होकर दहशत और किल्लत भरे जीवन जीने को मजबूर रहना पडता है।

आपसे अनुरोध है कि इस विडियो को सोशल मीडिया के माध्यम से अधिक से अधिक लोगों को शेयर करें, ताकि नक्सलियों को आत्मसमर्पण के माध्यम से समाज के मुख्यधारा में जोडने का हमारा प्रयास सार्थक हो सके।

उल्लेखनीय है कि इस गीत के निदेशक प्रवीण सलाम और उनके साथी अमित सरकार, स्वाती पट्टावी और दिलीप निर्मलकर हैं तथा गायक-गायिका दीपक, सुखदेव, राजू बघेल, रस्सु, जयराम, प्रियंका और शिवानी हैं। गीत में केमरामेन नागेश मण्डावी है और म्यूजिक परवेज खान का है। गीत रचना में शानू, संतोष और राजू ने श्री गर्ग का सहयोग किया है। वहीं मुख्य कलाकार के रूप में हरिश और कन्हैया ने अपना रोल निभाया है जबकि पुलिस अधिकारी के रूप में रक्षित निरीक्षक श्री दीपक साव, रक्षित निरीक्षक श्री प्रदीप जोशी और सहायक उप निरीक्षक श्री नीलकमल दिवाकर ने भी अपना रोल निभाया है।

1 टिप्पणी:

महत्वपूर्ण एवं भाग्यशाली फ़ॉलोअर की फोटो


Recent Information and Article

Satnam Dharm (सतनाम धर्म)

Durgmaya Educational Foundation


Must read this information and article in Last 30 Day's

पुलिस एवं सशस्त्र बल की पाठशाला

World Electro Homeopathy Farmacy


WWW.THEBHARAT.CO.IN

Important Notice :

यह वेबसाइट /ब्लॉग भारतीय संविधान की अनुच्छेद १९ (१) क - अभिव्यक्ति की आजादी के तहत सोशल मीडिया के रूप में तैयार की गयी है।
यह वेबसाईड एक ब्लाॅग है, इसे समाचार आधारित वेबपोर्टल न समझें।
इस ब्लाॅग में कोई भी लेखक/कवि/व्यक्ति अपनी मौलिक रचना और किताब निःशुल्क प्रकाशित करवा सकता है। इस ब्लाॅग के माध्यम से हम शैक्षणिक, समाजिक और धार्मिक जागरूकता लाने तथा वैज्ञानिक सोच विकसित करने के लिए प्रयासरत् हैं। लेखनीय और संपादकीय त्रूटियों के लिए मै क्षमाप्रार्थी हूं। - श्रीमती विधि हुलेश्वर जोशी

Blog Archive

मार्च २०१७ से अब तक की सर्वाधिक वायरल सूचनाएँ और आलेख