प्रत्येक मनुष्य का लक्ष्य H3 होनी चाहिए; जानिए H3 क्या है?
आप अन्यथा न लें, कि मैं H3 का सिद्धांत बना रहा हूँ जो पक्षपात पूर्ण है, स्वयं को हीरो बनने की जुगाड़ है। क्योंकि आपको लग सकता है कि अंग्रेजी के H अक्षर से ही मेरा नाम शुरू होता है, इसलिए मैंने H3 का सिद्धांत प्रतिपादित कर दिया। खैर; मनुष्य के लिए H3 अनिवार्य तत्व है जिसके बिना मनुष्य का मनुष्य होना अधूरा और असंगत ही रहेगा।
H3 क्या है?
H3 मतलब तीन बार H क्रमशः स्वास्थ्य, मानवता और खुशी का प्रतिनिधित्व करता है; जिसमें प्रथम H - Health बेहतर स्वास्थ्य के लिए प्रेरित करता है, दूसरा H - Humanity अर्थात मानवता का द्योतक है जिसके बिना मनुष्य मनुष्य नहीं हो सकता, जबकि तीसरा और अंतिम H - Happiness अर्थात ख़ुशी का प्रतीक है।
स्वास्थ्य (Health); उत्तम स्वास्थ्य मनुष्य ही नहीं बल्कि ब्रम्हांड के सारे जीव जंतुओं के दीर्घायु जीवन के लिए अत्यंत आवश्यक है। यदि कोई मनुष्य निरोगी नही है इसका तात्पर्य यह है कि उनका जीवन अत्यंत कठिनाइयों, दुःख और ग्लानि से भरा हुआ होगा; रोगी होने का तात्पर्य यह भी है कि वह अधिकांश प्रतियोगिताओं के लिए अयोग्य हो जाएगा। माता श्यामा देवी कहती थी "अच्छी स्वास्थ्य केवल निरोगी होने के लिए ही नहीं बल्कि बौध्दिक, मानसिक और आध्यात्मिक उन्नति के लिए भी आवश्यक है।"
मानवता (Humanity); मानवता हर मनुष्य के भीतर होना आवश्यक है। किसी मनुष्य के भीतर मानवता का गुण नही है इसका तात्पर्य यह है कि वह मानव के बजाय अन्य जीव के समान गुणधर्म वाले ही माने जाने योग्य हो जाएगा।
खुशी (Happiness); खुशी मानव जीवन ही नहीं बल्कि अन्य जीव जंतुओं के लिए भी उनके सफल जीवन और संतुष्टि के लिए आवश्यक है।
Image for Health, Humanity and Happiness
(Tattvam Huleshwar Joshi)
*प्रत्येक मनुष्य का लक्ष्य H3 होनी चाहिए; जानिए H3 क्या है?*
जवाब देंहटाएंएच-थ्री के सिद्धांत को जानने के लिए, नीचे दिए गये लिंक में क्लिक करें......
https://www.thebharat.co.in/2020/05/H3-Goal-of-human.html
Short Description :
# मनुष्य के लिए H3 अनिवार्य तत्व है जिसके बिना मनुष्य का मनुष्य होना अधूरा और असंगत ही रहेगा।
# H3 मतलब तीन बार H क्रमशः स्वास्थ्य, मानवता और खुशी का प्रतिनिधित्व करता है; जिसमें प्रथम H - Health बेहतर स्वास्थ्य के लिए प्रेरित करता है, दूसरा H - Humanity अर्थात मानवता का द्योतक है जिसके बिना मनुष्य मनुष्य नहीं हो सकता, जबकि तीसरा और अंतिम H - Happiness अर्थात ख़ुशी का प्रतीक है।
H.P. Joshi
Nava Raipur, Chhattisgarh