मेरे जीवन को शून्य से शिखर तक पहुंचाने में मेरे गुरुजनों का महत्वपूर्ण योगदान - हुलेश्वर जोशी
मेरी खुशियों का श्रेय मेरे गुरुजनों को, मेरी सफलता के लिए जिम्मेदार मेरे गुरुजी
आज शिक्षक दिवस के पावन अवसर पर मैं अपने समस्त गुरुजनों को सादर प्रणाम करता हूं। मै उनके पदचिन्हों पर चलकर ही एक छोटा निरक्षर, भोला भाला बच्चा से जागरूक इंसान बन पाया हूं इसलिए अपने गुरुजनों का आभार प्रकट करता हूं।
मेरे स्कूल शिक्षा में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले, मुझे सदैव प्रेम और ज्ञान से सिंचित करने वाले निम्नांकित गुरुजन हैं:-
श्री मंडलोई गुरुजी
श्री अनिल बंजारे गुरुजी
श्री पटेल सर
शासकीय प्राथमिक स्कूल, मनकी
श्री उपासी राम साहू गुरुजी - Head Master
श्री लाल गुरुजी
श्रीमती लाल मैडम
श्री तिग्गा सर
श्री पाण्डेय सर - Head Master
शासकीय पूर्व माध्यमिक स्कूल अखरार
श्री विक्टर गुरुजी
श्री तिलगाम सर - Head Master
श्री सौखी लाल पंकज सर
शासकीय बालक पूर्व माध्यमिक विद्यालय डिण्डौरी
श्री धन्नू लाल पटेल गुरुजी
श्री बैजनाथ साहू गुरुजी - Principal
श्री राजेंद्र जायसवाल सर
श्री अरुण कुमार राजपूत सर
सरस्वती विद्या विहार उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, अखरार
श्री जीवन लाल साहू गुरुजी - Principal
श्री मुन्ना लाल सोनी गुरुजी
श्री महेन्द्र सिंह मार्को गुरुजी
श्री सुशील तिवारी सर
नेताजी सुभाष चन्द्र बोस उच्चतर माध्यमिक विद्यालय डिण्डौरी
श्री हरिश सिंह राज गुरूजी
सुश्री मधुमालती बाजपेयी मैडम
श्री दूबे सर
श्री व्ही के श्रीवास्तव - Principal
श्री प्रहलाल प्रसाद लाठिया
राजीव गांधी कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय, लोरमी
स्कूल के गुरुजनों के अलावा भी मेरे गुरु हैं जिनमें मेरी परदादी मां श्रीमती श्यामा देवी, दादा श्री मालिक जोशी, दादी मां माता कली देवी, पिता श्री शैल जोशी, माता श्रीमती मोतिम जोशी, बड़े भैया श्री देव जोशी और मेरी धर्मपत्नी श्रीमती विधि हुलेश्वर जोशी का भी मेरे जीवन में विशेष योगदान है, जिनके मार्गदर्शन के बिना जीवन में सुख और सफलता की परिकल्पना ही व्यर्थ और बेईमानी है। कुछ वरिष्ठ अधिकारियों, सहपाठी, मित्रों और सहकर्मियों का भी मेरे जीवन में अमूल्य योगदान रहा है। मै शिक्षक दिवस के अवसर पर अपने आलोचकों का भी आभार प्रकट करता हूं जिन्होंने कतिपय मामलों में गुरु की भूमिका निभाई है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें