आओ, अत्याचार और अनियमितता के खिलाफ आवाज उठाएं
किसी भी विभाग या संस्था में हो रही अनियमितता/गलती से संबंधित विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को कार्यवाही हेतु लिखित शिकायत करना, आपके जागरूक होने का प्रमाण है। यदि बात हिंसा/हत्या, कानून के उल्लंघन, जनसुविधाओं को प्रभावित करने और मानव अधिकारों के हनन से संबंधित मामले हों, तो ऐसे प्रकरण पर त्वरित कार्यवाही के लिए हर आदमी का आगे आना और अधिक आवश्यक हो जाता है।
यदि आप किसी भी प्रकार की शिकायत करते हैं तो आपके पास पक्का प्रूफ जरूर होनी चाहिए, इस सबंध में प्रमाण सहित शिकायत करें तो बेहतर होगा। आपके शिकायत करने से अनियमितता रूक जाएगी और राष्ट्रीय स्तर पर जहां एक ओर देश को लाभ होगा वहीं आपका शिकायत लोककल्याणकारी भी शाबित होगा।
प्रायः यह देखने में आता है कि ऐसे प्रकरणों को संबंधित विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों /संस्था प्रमुख को लिखित शिकायत देने के बजाय लोग केवल सोशल मीडिया में शेयर करते रह जाते है, जो अनुचित है। क्योंकि आपके सोशल मीडिया में शेयर करने से कुछ होना नही है केवल देश की बदनामी और आपका समय बबार्द होगा। इसलिए बेहतर होगा कि संबंधित विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों /संस्था प्रमुख को लिखित शिकायत करें, इस हेतु आपके लिए पोस्टल लेटर भेजने ही भेजने बाध्यता नही है वरन् आप गुगुल से संबंधित का ई-मेल आईडी खोजकर ईमेल कर सकते हैं।
छत्तीसगढ़ राज्य के मामलों में आप मुख्यमंत्री जनदर्शन में आन लाईन अथवा पुलिस के मोबाईल एप्प ‘‘सिटीजन काॅप’’ में भी शिकायत कर सकते है।
आपसे आग्रह है कि सुनी सुनाई बातों पर कभी भी शिकायत करके प्रशासनिक कार्यवाही को प्रभावित न करें, ऐसी स्थिति में आपके खिलाफ कार्यवाही हो सकती है। हां, यदि आपको ऐसा आवयक लगता है तो सुझाव हेतु सामान्य जानकारी अवश्य दिजीए।
श्रीमती कली देवी जोशी
पूर्व निदेशक, छत्तीसगढ़ एजूकेशन एण्ड नेटवर्क प्रा0लि0