रोबोट नोहय मोर ददा ह, मनखे तुमन समझलव जी .......
रोबोट नोहय मोर ददा ह, मनखे तुमन समझलव जी।
कतेक परतारना सहिथे तुंहर काहिं तो हरू करदव जी।।
24 - 365 ड्यूटी जेकर, आधा बेतन देवत हव।
धुप बरसात, बिन अन पानी के जीवरा ल कल्पावत हव।।
मोर ददा के मुस्कान ह तुहला, फूटे आँखि नइ सुहावत हे।
तेखरे सेति रोथन साहेब, आंसू ह बोहावत हे।।
कतेक परतारना सहिथे तुंहर काहिं तो हरू करदव जी।।
कोन जनम के दोष लगाके, नरक ल भोगवावत हव।
तुमहरे रक्छा करथे तबो, तुतारी कोंच दउरावत हव।।
24 - 365 ड्यूटी जेकर, आधा बेतन देवत हव।
धुप बरसात, बिन अन पानी के जीवरा ल कल्पावत हव।।
अंगरेजी कानुन बताके, गुलाम जेला बनाये हव।
अइसने मोर ददा ये साहेब, नागर म जेला फंदाये हव।।
मोर ददा के मुस्कान ह तुहला, फूटे आँखि नइ सुहावत हे।
तेखरे सेति रोथन साहेब, आंसू ह बोहावत हे।।
रोबोट नोहय मोर ददा ह, मनखे तुमन समझलव जी।
कतेक परतारना सहिथे तुंहर काहिं तो हरू करदव जी।।
पापा के नन्ही परि