मुख्यमंत्री ने किया ‘लोक व्यवहार और कार्यालयीन छत्तीसगढ़ी’ पुस्तक का विमोचन
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज यहां अपने निवास कार्यालय में छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग द्वारा ‘लोक व्यवहार और कार्यालयीन छत्तीसगढ़ी’ शीर्षक से प्रकाशित पुस्तक का विमोचन किया। पुस्तक के लेखक छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग के अध्यक्ष डॉ. विनय कुमार पाठक हैं।
मुख्यमंत्री को डॉ. पाठक ने बताया कि पुस्तक में कार्यालयीन पत्रों का हिन्दी, अंग्रेजी के साथ छत्तीसगढ़ी में भी प्रारुप दिया गया है, जिससे कार्यालयों में छत्तीसगढ़ी भाषा के उपयोग को प्रोत्साहन मिल सके। उन्होंने बताया कि मंत्रालय और दूसरे कार्यालयों में छत्तीसगढ़ी के कार्यालयीन उपयोग के संबंध में आयोजित प्रशिक्षण के दौरान अधिकारियों-कर्मचारियों ने पत्रों के छत्तीसगढ़ी प्रारुप उपलब्ध कराने की मांग की थी। अधिकारियों-कर्मचारियों की सहूलियत के लिए यह पुस्तक प्रकाशित की गयी है। मुख्यमंत्री ने कार्यालयीन उपयोग के लिए पुस्तक को काफी उपयोगी बताते हुए पुस्तक के प्रकाशन पर डॉ. पाठक को बधाई और शुभकामनाएं दीं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ी भाषा के विकास की दृष्टि से आयोग का यह प्रकाशन बहुत उपयोगी होगा। डॉ. पाठक ने यह भी बताया कि इस पुस्तक की पांच हजार प्रतियां छपवाकर सभी शासकीय कार्यालयों में निःशुल्क वितरित की जाएंगी।
इस अवसर पर वरिष्ठ साहित्यकार श्री विवेक तिवारी और श्री राघवेंद्र दुबे भी उपस्थित थे। डॉ. पाठक ने छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग की दो वर्षों की उपलब्धियों पर प्रकाशित स्मारिका की प्रति और श्री राघवेन्द्र दुबे ने कवि और साहित्यकार पंडित अमृतलाल दुबे को समर्पित समन्वय पत्रिका का वार्षिक अंक मुख्यमंत्री को भेंट किया।