"जीवन बचाओ मुहिम"

हत्यारा और मांसाहार नहीं बल्कि जीवों की रक्षा करने वाला बनो।


मंगलवार, मार्च 13, 2018

श्री सुरेश प्रभाकर प्रभु ने नागर विमानन मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार संभाला

श्री सुरेश प्रभाकर प्रभु ने नागर विमानन मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार संभाला

(वाणिज्य और उद्योग मंत्री श्री सुरेश प्रभाकर प्रभु नागर विमानन मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार ग्रहण करते हुए। साथ में हैं नागर विमानन राज्यमंत्री श्री जयंत सिन्हा)

वाणिज्य और उद्योग मंत्री श्री सुरेश प्रभाकर प्रभु ने आज नागर विमानन मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार ग्रहण करते हुए कहा कि विमानन क्षेत्र भारतीय अर्थव्यवस्था के तेजी से बढ़ते क्षेत्रों में से एक है। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मुक्त आकाश नीति से विमानन क्षेत्र में शानदार वृद्धि हो रही है और इस वृद्धि के लाभ रोजगार सृजन में बढ़ोतरी के रूप में देखा जाएगा।

विमान संपर्क बढ़ने और सस्ता किराया के कारण छोटे शहरों के लोग कामकाज और छुट्टियों के लिए विमान यात्रा करने लगे हैं। इसके परिणामस्वरूप भारतीय विमान सेवाओं को एक हजार से अधिक विमान बुक करने का आदेश देना पड़ा। ऐसा मुख्य रूप से कम लागत वाली विमान सेवाओं के नेतृत्व में हुआ।

मुक्त आकाश अंतर्राष्ट्रीय नीतिगत अवधारणा है, जिसमें नियमों तथा अंतर्राष्ट्रीय विमानन उद्योग के नियमनों को उदार बनाना है, विशेषकर वाणिज्यिक विमानन क्षेत्र में, ताकि विमानन उद्योग के लिए मुक्त बाजार का वातावरण बन सके।

महत्वपूर्ण एवं भाग्यशाली फ़ॉलोअर की फोटो


Recent Information and Article

Satnam Dharm (सतनाम धर्म)

Durgmaya Educational Foundation


Must read this information and article in Last 30 Day's

पुलिस एवं सशस्त्र बल की पाठशाला

World Electro Homeopathy Farmacy


WWW.THEBHARAT.CO.IN

Important Notice :

यह वेबसाइट /ब्लॉग भारतीय संविधान की अनुच्छेद १९ (१) क - अभिव्यक्ति की आजादी के तहत सोशल मीडिया के रूप में तैयार की गयी है।
यह वेबसाईड एक ब्लाॅग है, इसे समाचार आधारित वेबपोर्टल न समझें।
इस ब्लाॅग में कोई भी लेखक/कवि/व्यक्ति अपनी मौलिक रचना और किताब निःशुल्क प्रकाशित करवा सकता है। इस ब्लाॅग के माध्यम से हम शैक्षणिक, समाजिक और धार्मिक जागरूकता लाने तथा वैज्ञानिक सोच विकसित करने के लिए प्रयासरत् हैं। लेखनीय और संपादकीय त्रूटियों के लिए मै क्षमाप्रार्थी हूं। - श्रीमती विधि हुलेश्वर जोशी

Blog Archive

मार्च २०१७ से अब तक की सर्वाधिक वायरल सूचनाएँ और आलेख