श्री जीपी सिंह, आईजी, दुर्ग ने नक्सल प्रभावित मानपुर में सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी ली
श्री जीपी सिंह, पुलिस महानिरीक्षक, दुर्ग रेंज दिनांक 1 मार्च 2018 को नक्सल प्रभावित संवेदनशील क्षेत्र मानपुर (राजनांदगांव) दौरे पर रहे। जहां उन्होंने क्षेत्र के नक्सल अभियानों के संबंध में बैठक ली तथा भविष्य में होने वाले नक्सल ऑपरेशन की रणनीति पर चर्चा की गई। बैठक में पुलिस अधीक्षक राजनांदगांव, केन्द्रीय बल के अधिकारी एवं जिले के अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे।
नक्सल रणनीति - अंतर्राज्यीय सीमाओं में स्थित थानों एवं केन्द्रीय बल से समन्वय स्थापित कर नक्सलियों के खिलाफ गतिविधि तेज होगी। जिन क्षेत्रों में पुलिस की कम सक्रियता है ऐसे क्षेत्रों में सूचनातंत्र को मजबूत करते हुए फोर्स के मूव्हमेंट को बढाया जाएगा। पुलिस अधिकारियों को तेंदूपत्ता सीजन में नक्सलियों की फण्डिंग को रोकने तथा तेंदूपत्ता ठेकेदारों से नक्सलियों द्वारा की जाने वाली अवैध वसूली को रोकने के संबंध में जानकारी दी गई।
सामूदायिक पुलिसिंग पर जोर - सूचना तंत्र को व्यापक/प्रभावी बनाने के लिए सामूदायिक पुलिसिंग के अंतर्गत अंदरूनी क्षेत्रों में सिविक एक्शन की कार्यवाही जैसे खेल गतिविधियां, मेडिकल कैम्प एवं जागरूकता अभियान चलाते हुए ग्रामीणों की विभिन्न समस्याओं का समाधान करने के निर्देश दिए।
जवानों का मनोबल - नक्सल अभियान में तैनात जवानों द्वारा क्षेत्र में बेहतर और साहसिक कार्य करने पर इनाम देने की बात कही है। जवानों को तनावमुक्त रखने एवं क्षमताओं में वृद्धि के लिए कैम्प परिसर में मनोरंजन के साधन उपलब्ध हो तथा जवानों को समय पर अवकाश दिया जाए।
श्री जीपी सिंह ने बताया कि ‘‘नक्सलियों के जनविरोधी कार्यों से लोग भली-भांति परिचित हो चुके हैं। यहां की जनता ने नक्सलियों को नकार दिया है।’’ उन्होनें इलाके में सक्रिय नक्सलियों से हथियार छोडकर समाज की मुख्यधारा में वापस लौटने की अपील की है और कहा है कि वे तत्काल आत्म-समर्पण करें, शासन की नीतियों के तहत् उनका पुनर्वास किया जाएगा। जो भी नक्सली आत्म-समर्पण करना चाहता है या कोई नक्सली गतिविधियों की सूचना/जानकारी देना चाहता है, वह मोबाइल नंबर 94791-92000 के माध्यम से आईजी दुर्ग से सीधे सम्पर्क कर सकता है।