मेक्रोमेनेजमेंट योजना - एकीकृत अनाज विकास कार्यक्रम-धान
कार्य क्षेत्र - राज्य के 08 जिले (महासमुंद, धमतरी, दुर्ग, बिलासपुर, जगदलपुर, कांकेर, नारायणपुर एवं बीजापुर)
योजना का उद्देश्य - धान फसल के क्षेत्र एवं उत्पादन में वृद्धि करना हितग्राही की पात्रता - सभी श्रेणी के कृषक योजना में लाभान्वित किये जाते हैं परंतु लघु सीमांत, अनु.जाति/ जनजाति एवं महिला कृषकों को
प्राथमिकता दी जाती है।
मिलने वाला लाभ -
1. प्रमाणित बीज वितरण पर अनुदान दस वर्ष के भीतर अथवा विपुल उत्पादन देने वाली अधिसूचित किस्मों के धान बीज
पर रू. 500 अथवा 50 प्रतिशत/क्विं. अनुदान देय
2. प्रदर्शन
1. उन्नत तकनीकी प्रदर्शन 2500/- रुपये/एकड़
2. मेडागास्कर पद्धत्ति तथा हाईब्रिड तकनीकी प्रदर्शन ३०००/- रुपये/एकड़
3. सूक्ष्म तत्व
4. चूना उपयोग (अम्लीय भूमि हेतु)
5. पौध संरक्षण दवा एवं बायो पेस्टीसाइड्स 500/- रुपये/हेक्टेयर अथवा 50 प्रतिशत जो भी कम हो
6. कृषक खेत पाठशाला 17000/- रुपये / पाठ- शाला
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